EPS पेंशन भुगतान का नया पेमेंट सिस्टम... 78 लाख लोगों को मिलेगा फायदा, जानिए CPPS कैसे करेगा काम
punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2024 - 10:47 AM (IST)
नेशनल डेस्क: केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) 1995 के तहत नई केंद्रीकृत पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) के सफल पायलट रन की घोषणा की। यह प्रणाली पेंशन वितरण में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगी, जिससे पेंशनभोगियों को अधिक सुविधा और पारदर्शिता मिलेगी। इस बदलाव का लाभ देशभर के 78 लाख पेंशनभोगियों को मिलेगा।
नया CPPS सिस्टम पेंशन वितरण में करेगा सुधार
नई पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) को पेश करने का उद्देश्य पेंशन वितरण प्रणाली को केंद्रीयकृत और अधिक प्रभावी बनाना है। वर्तमान में, पेंशन वितरण प्रणाली डीसेंट्रलाइज्ड है, यानी हर जोनल और रीजनल EPFO कार्यालयों ने अलग-अलग बैंकों के साथ समझौते किए हुए हैं। इसका परिणाम यह होता है कि पेंशनभोगियों को बैंकों में जाकर अपनी पेंशन का वेरिफिकेशन करना पड़ता था, जो एक समय-साध्य और जटिल प्रक्रिया थी। नई CPPS प्रणाली के तहत, पेंशनभोगियों को अब पेंशन प्राप्त करने के लिए किसी बैंक शाखा में जाकर वेरिफिकेशन नहीं करवाना होगा। जैसे ही पेंशन जारी होगी, वह सीधे पेंशनभोगी के बैंक खाते में क्रेडिट हो जाएगी। इससे पेंशन वितरण की प्रक्रिया तेज, सरल और पारदर्शी हो जाएगी।
केंद्रीय मंत्री की घोषणा
केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने इस नई प्रणाली का पायलट रन 29 और 30 अक्टूबर 2024 को जम्मू, श्रीनगर और करनाल क्षेत्रों में सफलतापूर्वक पूरा होने की घोषणा की। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत 49,000 से अधिक पेंशनभोगियों को अक्टूबर महीने के लिए 11 करोड़ रुपये की पेंशन का वितरण किया गया। मंत्री ने कहा कि यह नई प्रणाली पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी, क्योंकि इसे देशभर के किसी भी बैंक या शाखा से पेंशन प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।
देशभर में लाभार्थियों की संख्या
नई सीपीपीएस प्रणाली का लाभ EPFO के 78 लाख से अधिक पेंशनभोगियों को मिलेगा। यह प्रणाली जनवरी 2025 तक पूरी तरह से लागू हो जाएगी, और इसके बाद यह देशभर में सभी पेंशनभोगियों को उपलब्ध होगी। यह कदम पेंशन वितरण को और अधिक कुशल बनाएगा और पेंशनभोगियों को उनकी पेंशन समय पर और बिना किसी रुकावट के प्राप्त होगी।
सिस्टम की विशेषताएँ और फायदें
1. केंद्रीकरण: नए सीपीपीएस सिस्टम के तहत, पेंशन भुगतान पूरी तरह से केंद्रीकृत होगा। इससे पेंशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और एकरूपता आएगी।
2. सीधे बैंक खाते में क्रेडिट: पेंशनभोगियों को अब पेंशन प्राप्त करने के लिए किसी बैंक शाखा में जाकर वेरिफिकेशन की आवश्यकता नहीं होगी। पेंशन जैसे ही जारी होगी, वह सीधे पेंशनभोगी के बैंक खाते में क्रेडिट हो जाएगी।
3. कहीं भी पेंशन प्राप्त करने की सुविधा: पेंशनभोगी देश के किसी भी हिस्से में स्थित किसी भी बैंक या शाखा से अपनी पेंशन प्राप्त कर सकेंगे। यह सुविधा पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत होगी, क्योंकि पहले उन्हें विशेष बैंकों और शाखाओं तक ही पेंशन प्राप्त करने की सीमित पहुंच होती थी।
4. समय पर पेंशन वितरण: यह प्रणाली पेंशन के वितरण को तेज और समय पर सुनिश्चित करेगी। पहले जो समस्याएँ पेंशन वितरण में होती थीं, जैसे देरी या भ्रामक प्रक्रियाएँ, अब खत्म हो जाएंगी।
5. पारदर्शिता और सुरक्षा: यह केंद्रीकृत प्रणाली अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, जिससे पेंशनभोगियों को अपने हक की पेंशन समय पर मिलेगी और कोई भी वित्तीय धोखाधड़ी की संभावना कम होगी।
केंद्रीय श्रम मंत्री का बयान
केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने कहा, "सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS) EPFO के आधुनिकीकरण के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह हमारी योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य EPFO को एक मजबूत, उत्तरदायी और तकनीक-सक्षम संगठन बनाना है। हमारी कोशिश है कि हम पेंशनभोगियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान करें, ताकि उनके जीवन को और भी सरल और खुशहाल बनाया जा सके।"
सुधार की दिशा में एक कदम और
नई पेंशन भुगतान प्रणाली (CPPS) से पेंशनभोगियों को कई सुविधाएँ मिलेंगी और साथ ही यह व्यवस्था पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिससे पेंशन वितरण की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और सुलभ बनेगी। यह पहल EPFO द्वारा किए जा रहे IT आधुनिकीकरण प्रयासों का हिस्सा है, जो पेंशनभोगियों के लिए बेहतर सेवा प्रदान करने में मदद करेगी। नई CPPS प्रणाली से देशभर में लाखों पेंशनभोगियों को फायदा होगा। यह बदलाव पेंशनभोगियों के लिए एक स्वागत योग्य कदम होगा, क्योंकि इससे न केवल पेंशन वितरण की प्रक्रिया सरल और तेज होगी, बल्कि इससे उनके जीवन में भी बेहतर बदलाव आएगा। यह प्रणाली पेंशनभोगियों को समय पर और बिना किसी परेशानी के पेंशन प्रदान करेगी, जो उनका एक हक है। EPFO के आधुनिकीकरण की दिशा में यह कदम एक मील का पत्थर साबित होगा और आने वाले समय में यह सभी पेंशनभोगियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।