नया संसद भवन...सुंदरता और सुदृढ़ता के साथ राष्ट्र वैभव के दर्शन

punjabkesari.in Monday, May 29, 2023 - 03:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: नवीनता यदि सुंदरता और सुदृढ़ता के साथ समक्ष हो तो वैभव के दर्शन होते हैं। राजधानी दिल्ली में यह वैभव श्रेष्ठता का अनुभव करा रहा है। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार 9 वर्षों से कार्य कर रही है। योजनाएं पूरी होने के बाद बदलाव और नयापन विकास की कहानी सुना रहा है। देश की नई संसद ने दिल्ली के वैभव में चार चांद लगा दिए हैं। देश के विशेषज्ञों-अभियंताओं, श्रमिकों की अथक मेहनत से लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर बहुत तेजी से बनाया गया और अब यह तैयार होकर दुनिया में हिंदुस्तान का मान बढ़ा रहा है।

 

दिल्ली पुलिस का नया मुख्यालय हो, इंडिया गेट के पास कर्तव्य पथ की सुंदरता हो, लंबी-लंबी सुरंग वाले रास्ते हों, व्यापार को बढ़ावा देने वाला प्रगति मैदान हो, इंडिया गेट के पास छतरी के नीचे नेताजी की प्रतिमा हो, राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सैनिकों को समर्पित वार मैमोरियल हो या ऐसे ही और भी बहुत सारे निर्माण-विकास कार्य हों। ये सभी गर्व का अनुभव करा रहे हैं।

 

केंद्र की मोदी सरकार के 9 वर्ष होने पर देश की सुदृढ़ता और सुंदरता के वैभव का दर्शन कराता.....


प्रगति मैदान

प्रगति मैदान दिल्ली स्थित बड़ी प्रदर्शनियों के लगने का परिसर है। पूरा परिसर छोटे-छोटे प्रदर्शनी हॉल में विभाजित है। यह परिसर विशेष रूप से हर वर्ष लगने वाले विश्व पुस्तक मेला एवं इंटरनैशनल ट्रेडफेयर के लिए मशहूर है। प्रगति मैदान के पास नई अंडरपास टनल, जो दिल्ली से नोएडा जाने के लिए मार्ग को सुगम बनाती है।

 

नई संसद का एक हिस्सा यह भी

सैंट्रल विस्टा जीर्णोद्धार परियोजना का मुख्य आकर्षण नई बनी संसद की इमारत है। सैंट्रल विस्टा परियोजना जो रायसीना पहाड़ी से इंडिया गेट तक, राजपथ के किनारे स्थित है। सुरक्षा चिंताओं और आगामी आवश्यकताओं के बीच, इसकी जरूरत महसूस की गई। यह राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच 3 कि.मी. लंबे राजपथ को परिलक्षित करती है। इसके उत्तर और दक्षिण ब्लाकों के निकट उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए भविष्य के विस्तार, नए निवास और कार्यालय के लिए बैठने की क्षमता में वृद्धि के साथ वर्तमान के पास एक नया संसद भवन बनकर तैयार है। 

 

नेताजी की प्रतिमा

स्वतंत्रता सेनानी एवं इंडियन नैशनल आर्मी के कमांडर इन चीफ सुभाष चंद्र बोस को लोग ‘नेताजी सुभाष’ के नाम से भी जानते हैं। इंडिया गेट पर लगाई गई उनकी भव्य प्रतिमा को 280 मीट्रिक टन वजन वाले ग्रेनाइट के एक एकाश्म खंड से उकेरा गया है। कुल 26,000 मानव घंटे के गहन कलात्मक प्रयास के बाद 65 मीट्रिक टन वजन की यह मूर्ति बनी। इस वर्ष की शुरुआत में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) पर नेताजी की 125 वीं जयंती के अवसर पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया गया था।

 

नया पुलिस मुख्यालय

दिल्ली में पुलिस मुख्यालय पहले आई.टी.ओ. स्थित पी.डब्ल्यू.डी. के मुख्यालय में बरसों से चल रहा था। दिल्ली पुलिस के पास खुद का मुख्यालय भवन नहीं था। केंद्र्र सरकार की ओर से पुलिस को नया मुख्यालय जयसिंह मार्ग पर बनाकर दिया गया है। दिल्ली के पॉश इलाके लुटियन जोन में केंद्र सरकार के अधीन नई दिल्ली नगर पालिका परिषद ने इलाके को बेहद खूबसूरत बनाने की कवायद में जगह-जगह न केवल पार्क, फूल व पेड़ विकसित किए हैं, बल्कि राजस्थान के मार्बल से शेर-हाथी की मनमोहक मूर्तियां स्थापित की हैं। 

 

राष्ट्रीय समर स्मारक 

राष्ट्रीय समर स्मारक या युद्ध स्मारक इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में सशस्त्र बलों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया एक स्मारक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को इंडिया गेट के पास 44 एकड़ में बना नैशनल वॉर मैमोरियल राष्ट्र को समर्पित किया।

 

दिल्ली मेरठ एक्सप्रैस 

दिल्ली मेरठ एक्सप्रैस-वे एक 90 किलोमीटर लंबा मार्ग है जो दिल्ली से प्रारंभ होकर मेरठ में खत्म होता है। इस द्रुतगामी मार्ग पर 14 लेन दिल्ली से डासना तक तथा 6 लेन डासना से मेरठ तक बनाई गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर 2015 को इस मार्ग का उद्घाटन किया था। इस मार्ग की कुल लागत 7,855.87 करोड़ रुपए है। 

 

कर्त्तव्य पथ

राजपथ, जिसका 2022 में नाम  कर्त्तव्य पथ पथ कर दिया गया है, को 1947 से पूर्व किंग्स्वे कहा जाता था। यह राष्ट्रपति भवन से विजय चौक होकर पूर्व में इंडिया गेट होकर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम तक जाता है। यह पथ पश्चिम में रायसीना की पहाड़ी पर चढ़कर भारत के राष्ट्रपति आवास यानी राष्ट्रपति भवन जाता है जिसके दोनों ओर प्रशासनिक केंद्र या सचिवालय उत्तरी खण्ड (नार्थ ब्लॉक) व दक्षिणी खण्ड (साउथ ब्लॉक) हैं। 


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Content Writer

Seema Sharma

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