''सुंदर नगर की सुंदरी'' से डेब्यू कर रहे अभिनेता Sahas Purswani, पूरी हुई फिल्म की शूटिंग
punjabkesari.in Friday, May 02, 2025 - 02:02 PM (IST)

'नेशनल डेस्क: दिल्ली में जन्मे और गुरुग्राम में पले-बढ़े युवा अभिनेता सहस पुरस्वानी (Sahas Purswani) ने हाल ही में अपनी पहली फिल्म 'सुंदर नगर की सुंदरी' की शूटिंग पूरी कर ली है। यह फिल्म उनके करियर की पहली पेशकश है, जिसके माध्यम से वे हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय सफर की शुरुआत कर रहे हैं।
सहस (Sahas Purswani) की उम्र इस समय 21 वर्ष है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के प्रसिद्ध मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड से प्राप्त की है। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें हमेशा से अभिनय में रुचि रही है, और यही रुचि उन्हें इस क्षेत्र में ले आई। साहस ने अब तक किसी फिल्म संस्थान से औपचारिक ट्रेनिंग नहीं ली है, लेकिन उन्होंने थिएटर, वर्कशॉप्स और स्वतंत्र अभ्यास के ज़रिए खुद को अभिनय के लिए तैयार किया है।
उनकी डेब्यू फिल्म 'सुंदर नगर की सुंदरी (Sunder Nagar Ki Sundari)' की शूटिंग हाल ही में पूरी हुई है। यह एक हल्की-फुल्की और दिलचस्प कहानी पर आधारित फिल्म है, जो आम जीवन की स्थितियों को दिखाती है। फिल्म से जुड़े लोगों ने इसके विषय में अधिक जानकारी तो साझा नहीं की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार फिल्म पोस्ट-प्रोडक्शन के अंतिम चरण में है और जल्द ही इसकी रिलीज़ को लेकर घोषणा हो सकती है।
सहस का कहना है कि यह फिल्म उनके लिए सीखने का एक बड़ा अवसर रही। उन्होंने शूटिंग के दौरान कैमरे के सामने काम करने के व्यावहारिक अनुभव से काफी कुछ सीखा है। "हर दिन कुछ नया सिखाता है। यह मेरी पहली फिल्म थी और मैंने हर सीन को गंभीरता से लिया," साहस ने एक बातचीत में कहा।
सहस पुरस्वानी (Sahas Purswani) को अभिनय के अलावा कई अन्य गतिविधियों में भी रुचि है। उन्हें कार रेसिंग, डांसिंग, स्विमिंग और बॉक्सिंग जैसे शौक हैं। उनके ये शौक उनके व्यक्तित्व को ऊर्जावान और संतुलित बनाते हैं। निजी जीवन में वे सरल, मेहनती और अनुशासित युवा माने जाते हैं।
उनके पिता का नाम जितेन्द्र पुरस्वानी और मां का नाम गीतू पुरस्वानी है। उनका परिवार गुरुग्राम में निवास करता है, और उन्हें घर से हमेशा समर्थन मिला है। यही पारिवारिक सहयोग उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
हालांकि यह फिल्म उनके करियर की शुरुआत है, लेकिन सहस फिलहाल भविष्य की योजनाओं को लेकर बहुत संयमित हैं। वे जल्दबाज़ी नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि वे अच्छे कंटेंट पर काम करना चाहते हैं और सिर्फ किसी भी प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने की बजाय गुणवत्ता को प्राथमिकता देंगे।
आज के समय में जहां सोशल मीडिया और बड़े प्रोडक्शन हाउस के सहारे बहुत से लोग सामने आते हैं, वहीं साहस जैसे युवा कलाकार मेहनत के दम पर अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ‘सुंदर नगर की सुंदरी’ को दर्शकों का कैसा प्रतिसाद मिलता है, और यह फिल्म साहस पुरस्वानी के करियर की दिशा कितनी बदलती है।