दिल्ली में लगा प्रदूषण का ''मिनी लॉकडाउन'', जानिए आज से क्या बंद और क्या खुला है
punjabkesari.in Monday, Nov 07, 2022 - 11:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गति बढ़ने और पराली जलने की घटनाओं में कमी आने के बाद रविवार को वायु गुणवत्ता में कुछ सुधार जरूर हुआ लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक अभी भी ‘बेहद खराब' श्रेणी में बना हुआ है। हांलाकि केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग ने ‘ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान' (जीआरएपी) के अंतिम चरण के तहत दिल्ली-एनसीआर में गैर-बीएस छह डीजल से चलने वाले हल्के मोटर वाहनों के चलने और ट्रकों के राजधानी में प्रवेश करने पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने का निर्देश रविवार को प्राधिकारियों को दिया। प्रतिबंध तीन दिन पहले लगाये गए थे। आइए जानते हैं कि दिल्ली में आज से कौन सी पाबंदियां हटाई गई हैं और कौन सी लागू रहेंगी।
इन पाबंदियों को हटाया गया
1. अब पहले की तरह हो राजधानी में होगी ट्रकों की एंट्री
2. मध्यम और बड़े माल वाहक ट्रकों पर लगी पाबंदी भी हटा ली गई
3. बीएस-6 के अलावा दिल्ली और उससे सटे शहरों में डीजल गाड़ियों पर रोक ली गई वापस
4. जो इंडस्ट्री स्वच्छ ईधन पर नहीं चल रही हैं, उन पर लगी पाबंदी वापस ली गई
5. पब्लिक प्रोजेक्ट जैसे सड़क, हाइवे, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइंस डालने आदि का निर्माण काम हो सकेगा
6. इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी, 500 प्राइवेट पर्यावरण बसें चलेंगी
इन पर रहेगी अब भी रोक
1. सरकारी, पब्लिक प्रोजेक्ट और जरूरी सुविधाओं से जुड़े निर्माण कार्य के अलावा बाकी सब निर्माण कार्य पर रोक जारी रहेगी
2. स्वच्छ ईंधन के अलावा दूसरी इंडस्ट्री नहीं चल सकेंगी
3. जिन इंडस्ट्रियल एरिया में पीएनजी सप्लाई नहीं हैं, वहां हफ्ते में 5 दिन उद्योग चल सकेंगे
4. ईंट भट्ठे, हॉट मिक्स प्लांट अब भी रहेंगे बंद
5. स्टोन क्रशर जोन पूरी तरह बंद रहेंगे
6. माइनिंग से जुड़ी गतिविधियां बंद रहेंगी
7. हरियाणा में PNG आपूर्ति नहीं होने पर उद्योगों के संचालन पर रोक
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के एक आदेश में कहा गया है, ‘‘चूंकि दिल्ली का वर्तमान एक्यूआई स्तर 339 के आसपास है, जो जीआरएपी चरण-चार उपाय लागू करने के लिए अधिकतम सीमा से 111 एक्यूआई बिंदु नीचे है और चरण- चार तक सभी चरणों के तहत सभी निवारक/शमन/प्रतिबंधात्मक उपाय चल रहे हैं, एक्यूआई में सुधार बने रहने की उम्मीद है।'' उसने कहा, ‘‘भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) या आईआईटीएम के पूर्वानुमान में स्थिति में तेजी से गिरावट का संकेत नहीं है।'' आयोग ने कहा कि जीआरएपी चरण चार के तहत प्रतिबंधों से बड़ी संख्या में हितधारक और लोग प्रभावित होते हैं। आयोग ने कहा कि जीआरएपी चरण- चार में उल्लेखित किये गए उपायों की तुलना में और कोई सख्त उपाय नहीं हैं, जो वायु गुणवत्ता परिदृश्य में सुधार के लिए किये जा सकते हैं।