मुंबईः जन्माष्टमी पर दही-हांडी उत्सव की धूम, मानव पिरामिड में 1 गोविंदा की मौत
punjabkesari.in Tuesday, Sep 04, 2018 - 01:32 AM (IST)

नेशनल डेस्कः देशभर में जन्माष्टमी का पर्व पर हो रहे विभिन्न आयोजनों के बीच मुंबई में दही-हांडी उत्सव पूरे जोर-शोर से मनाया जा रहा है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में ऊंचाई पर लटकाई गई दही-हांडी फोड़ने के लिए गोविंदा सुबह से ही मशक्कत कर रहे हैं। लेकिन इस बीच कुछ जगहों पर हादसे भी हुए हैं। दही-हांडी उत्सव के दौरान मानव पिरामिड बनाते समय हुई दुर्घटनाओं के कारण मुंबई में करीब 36 गोविंदा घायल हुए हैं। वहीं घायल होने पर अस्पताल में भर्ती एक गोविंदा की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में गोविंदा पथकों और आयोजकों के साथ ही राजनीतिक दलों में भी दही-हांडी उत्सव को लेकर बहुत उत्साह देखा जा रहा है। कई जगह भारी इनामी राशि का ऐलान किया गया है। ठाणे में पिरामिड वाली दही-हांडी फोड़ने पर 25 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने मानव श्रृंखला और गोविंदाओं की सुरक्षा को लेकर कई शर्तें लगाई थीं, जिसके बात बीते कुछ साल के लिए कई नेताओं ने दही हांडी उत्सव के आयोजन से मुंह फेर लिया था। अब अगले साल लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस बार नेता फिर से आयोजन कर रहे हैं।
नेताओं के उत्साह और बड़े इनाम को देखते हुए रविवार को गोविंदा पथकों ने दही हांडी फोड़ने के लिए जमकर तैयारी की। दही हांडी उत्सव शांति पूर्ण ढंग से पूरा हो और इसमें नियमों का उल्लंघन न होने पाए, इसलिए पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है। शहर के अस्पतालों को भी चौकस व्यवस्था की गई है।
बीएमसी प्रमुख अस्पतालों के निदेशक डॉ. अविनाश सुपे ने बताया कि प्रमुख और उपनगरीय अस्पतालों में तकरीबन 150 बेड्स आपात स्थिति के लिए आरक्षित किए गए हैं। दवाओं का स्टॉक बढ़ाने के साथ ही वरिष्ठ और निवासी डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। सभी अस्पतालों और डिस्पेंसरी के बीच समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश अस्पतालों को दिया गया है। बता दें कि पिछले साल दही-हांडी के दौरान 79 लोग घायल हुए थे। बीएमसी की तर्ज पर राज्य के जे.जे अस्पताल ने भी अपने सभी अस्पतालों में तैयारियों की हैं।