विधानसभा उपचुनाव: तेलंगाना के मुनूगोड़े में 77 प्रतिशत से अधिक मतदान, महाराष्ट्र में कम निकले मतदाता
punjabkesari.in Thursday, Nov 03, 2022 - 09:36 PM (IST)

नई दिल्लीः छह राज्यों में फैले सात विधानसभा क्षेत्रों के लिए बृहस्पतिवार को हुए उपचुनाव में महाराष्ट्र के अंधेरी (पूर्व) में 31.74 प्रतिशत तथा तेलंगाना की मुनूगोड़े सीट पर 77.55 प्रतिशत मतदान हुआ। अंतिम सूचना आने तक, पांच अन्य सीटों पर मतदान प्रतिशत की बात करें तो बिहार के मोकामा व गोपालगंज में क्रमश: 53.45 प्रतिशत और 51.48 प्रतिशत, हरियाणा के आदमपुर में 75.25 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ में 55.68 प्रतिशत और ओडिशा के धामनगर में 66.63 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था। इन आंकड़ों में हालांकि बदलाव की संभावना है।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ मामूली घटनाओं को छोड़कर उपचुनाव कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा। जिन सात सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें भाजपा के पास तीन और कांग्रेस के पास दो सीटें हैं, जबकि शिवसेना और राजद के पास एक-एक सीट है। इन उपचुनावों में भाजपा और क्षेत्रीय दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। बिहार में उपचुनाव के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच है। हरियाणा में भाजपा के सामने कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्य चुनौती हैं।
भाजपा का मुख्य मुकाबला तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब भारत राष्ट्र समिति), उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के साथ है। इन उपुचनाव के नतीजों से विधानसभाओं में राजनीतिक दलों की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन उन्होंने इसे हल्के में नहीं लिया है और आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार किया है। मतों की गिनती छह नवंबर को होगी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कुछ मतदान केंद्रों पर कब्जा किया। हालांकि जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मतदान केंद्रों का दौरा किया लेकिन ऐसी कोई बात नजर नहीं आई। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा धांधली से जीतने के चक्कर में मतदाताओं को स्वतंत्र रूप से मतदान नहीं करने दे रही है। यादव ने कहा कि इसकी भी जांच हो कि अपनी गाड़ी में पैसों से भरे लिफाफे लेकर भाजपा विधायक क्यों घूमते रहे?