गाड़ी में फ्यूल कम है? तो संभल जाइए! ट्रैफिक पुलिस काट सकती है चालान
punjabkesari.in Friday, May 02, 2025 - 03:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन करने पर चालान कटना आम बात है। लेकिन अगर आपको ये पता चले कि सिर्फ गाड़ी में कम तेल होने पर भी चालान कट सकता है तो शायद आप चौंक जाएंगे। यह सुनने में अजीब लगे मगर ये नियम सच में मौजूद है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी आसान भाषा में।
Low Fuel चालान: आखिर ये नियम कहां से आया?
साल 2022 में केरल के एक व्यक्ति तुलसी श्याम के साथ कुछ ऐसा हुआ, जिसने इस नियम को चर्चा में ला दिया। वो वन-वे सड़क पर गलत दिशा में बाइक चला रहे थे, इसलिए पुलिस ने उन्हें रोका और ₹250 का चालान थमा दिया। लेकिन चालान की रसीद में जो कारण लिखा था, उसने सबको चौंका दिया – "वाहन में कम तेल"। पहले तो इसे एक मजाक समझा गया, पर बाद में पता चला कि यह एक मानवीय गलती थी। हालांकि इस एक गलती ने ट्रैफिक नियमों के उस पहलू को उजागर कर दिया जिसे बहुत कम लोग जानते हैं।
क्या है ट्रैफिक रूल्स में Low Fuel चालान का नियम?
ट्रैफिक नियमों के मुताबिक यदि कोई व्यावसायिक वाहन यानी टैक्सी, ऑटो, बस या पब्लिक ट्रांसपोर्ट बीच रास्ते में रुकता है क्योंकि उसमें ईंधन खत्म हो गया है और इससे यात्रियों को असुविधा होती है तो ट्रैफिक पुलिस उस वाहन के चालक पर ₹250 तक का चालान लगा सकती है। यह नियम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। सोचिए अगर कोई बस सूनसान जगह में रुक जाए क्योंकि उसमें डीजल खत्म हो गया हो, तो यात्रियों को कितनी परेशानी हो सकती है। इसीलिए व्यावसायिक वाहनों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पूरे ईंधन के साथ ही यात्रा शुरू करें।
निजी वाहन वालों के लिए क्या है नियम?
अगर आप खुद की कार, बाइक या स्कूटर चला रहे हैं तो घबराने की कोई जरूरत नहीं। यह नियम सिर्फ व्यावसायिक वाहनों पर लागू होता है। लेकिन यदि आप बीच सड़क पर ईंधन खत्म होने के कारण वाहन रोक देते हैं और ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं तो ट्रैफिक पुलिस आपको ट्रैफिक में बाधा उत्पन्न करने के लिए चालान कर सकती है। तो निजी वाहन चलाने वालों के लिए सीधा नियम यही है – जब तक आप दूसरों के रास्ते में रुकावट नहीं डालते, तब तक आपके ऊपर यह नियम लागू नहीं होता।
रूल का मकसद, सिर्फ जुर्माना नहीं सुरक्षा भी
यह नियम केवल फाइन वसूलने के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है। कई बार ऐसा देखा गया है कि बस या टैक्सी बीच रास्ते में ईंधन खत्म होने से रुक जाती है, जिससे यात्रियों को असुरक्षित इलाके में इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में नियम का पालन जरूरी हो जाता है।
लोगों की सोच और नियम की सच्चाई
ज्यादातर लोगों को लगता है कि ट्रैफिक नियम सिर्फ हेलमेट, सीट बेल्ट या स्पीड लिमिट तक सीमित हैं। लेकिन हकीकत ये है कि इन नियमों का दायरा बहुत बड़ा है। Low Fuel चालान जैसे नियम यह दिखाते हैं कि सरकारी नियम सिर्फ सख्ती के लिए नहीं बल्कि सुविधा और सुरक्षा के लिए भी बनाए गए हैं।