कुदरत ने दिखाया प्रचंड रुप, जल-प्रलय ने चारों तरफ मचाई तबाही! देखिए खौफनाक मंजर की तस्वीरें
punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 04:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मानसून ने देश के कई राज्यों में भारी तांडव दिखाया है। इस तबाही की चपेट में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र में आया है। लगातार हो रही बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं। अचानक से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इन प्राकृतिक आपदाओं के बीच हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ के चलते कई लोगों को अपने घरों को छोड़कर दूसरे स्थानों पर जाना पड़ा। सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति हिमाचल में देखने को मिली है।
यहां भूस्खलन, बादल फटने और अचानक आई बाढ़ की तकरीबन 90 से ज्यादा घटनाएं दर्ज की गई हैं। राज्य में सैकड़ों सड़कें और पुल बह गए, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सोमवार को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जैसे जिलों में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके चलते पांच जिलों में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
उत्तराखंड में हालात हुए बदतर-
उत्तराखंड में भी हालात बदतर हैं। चमोली और उत्तरकाशी जैसे जिलों में पहाड़ दरक रहे हैं और नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। देहरादून के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं, और मौसम विभाग ने यहां के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया है।
मैदानी इलाकों में भी खतरा बढ़ा
पहाड़ों पर हुई भारी बारिश का असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है।
- पंजाब: सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे पठानकोट, गुरदासपुर, फिरोजपुर जैसे कई जिलों के गांव और खेत पानी में डूब गए हैं। सरकार ने 3 सितंबर तक सभी कॉलेजों और स्कूलों को बंद कर दिया है। सेना और एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में जुटी हैं।
- दिल्ली: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर भी बढ़ गया है, जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। राजधानी में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
- राजस्थान: पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी अगले कुछ दिनों तक मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों का हाल
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भी बादल फटने से 224 घर क्षतिग्रस्त हो गए। राहत की बात यह है कि छह दिन बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। वहीं, गुजरात और महाराष्ट्र में भी बाढ़ से भारी तबाही हुई है, जहां हजारों लोगों को राहत शिविरों में रखा गया है।