2026 में मचेगी तबाही, उठेगी युद्ध की चिंगारी... बाबा वेंगा की चौंकाने वाली चेतावनियां
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 10:58 PM (IST)
नेशनल डेस्क: आंखों से दुनिया न देख पाने के बावजूद बाबा वेंगा ने भविष्य को लेकर जो भविष्यवाणियां कीं, उन्होंने समय-समय पर लोगों को हैरान किया है। देश-दुनिया से जुड़ी उनकी कई बातें बाद में सच साबित हुईं, जिसके चलते उनकी भविष्यवाणियों को आज भी गंभीरता से देखा जाता है। साल 2025 को लेकर किए गए कुछ दावों के बाद अब बाबा वेंगा की 2026 से जुड़ी भविष्यवाणियां चर्चा में हैं, जो काफी डराने वाली बताई जा रही हैं।
बाबा वेंगा के अनुसार साल 2026 ऐसा साल हो सकता है, जब दुनिया एक के बाद एक बड़ी घटनाओं से हिल जाएगी। उनकी भविष्यवाणियों में प्राकृतिक आपदाओं से लेकर युद्ध, तकनीक और आर्थिक संकट तक का जिक्र किया गया है।
प्राकृतिक आपदाओं से मचेगी तबाही
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के मुताबिक साल 2026 प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने संकेत दिए थे कि इस साल भूकंप, अत्यधिक बारिश और ज्वालामुखी विस्फोट जैसी घटनाएं सामने आ सकती हैं। इन आपदाओं से न सिर्फ जनजीवन प्रभावित होगा, बल्कि पर्यावरण को भी भारी नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है।
पूर्वी दुनिया से उठेगी युद्ध की चिंगारी
बाबा वेंगा के अनुसार 2026 में दुनिया के पूर्वी हिस्से में एक भीषण और विनाशकारी युद्ध शुरू हो सकता है। यह संघर्ष धीरे-धीरे फैलकर वैश्विक रूप ले सकता है। उनकी भविष्यवाणी में कहा गया है कि इस युद्ध का सबसे ज्यादा असर पश्चिमी देशों पर पड़ेगा और भारी पैमाने पर जानमाल की हानि होगी। साथ ही, इससे दुनिया की सत्ता और शक्ति संतुलन में बड़ा उलटफेर भी हो सकता है।
AI बन जाएगा इंसान से ज्यादा ताकतवर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर भी बाबा वेंगा की चेतावनी काफी चौंकाने वाली मानी जाती है। उन्होंने कहा था कि भविष्य में AI इतना शक्तिशाली हो जाएगा कि उस पर इंसान का नियंत्रण खत्म हो सकता है। AI अपने फैसले खुद लेने लगेगा, जिसका सीधा असर लोगों की जिंदगी, कामकाज और समाज पर पड़ेगा।
आर्थिक संकट से डगमगाएगी दुनिया
बाबा वेंगा की भविष्यवाणी के अनुसार साल 2026 में वैश्विक अर्थव्यवस्था भी बड़े संकट की चपेट में आ सकती है। बैंकिंग सिस्टम पर दबाव, मुद्रा की कीमतों में गिरावट और बाजार में नकदी की कमी जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। इसके अलावा महंगाई, ऊंची ब्याज दरें और तकनीकी सेक्टर में अस्थिरता भी दुनिया भर के देशों के लिए चुनौती बन सकती है।
