Dhurandhars of Lyari: कराची के खौफनाक गैंगस्टर – जानें कौन थे रेहमान डकैत, चौधरी असलम और उज़ैर बालोच, ऐसा था खौफनाक सफर
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 10:38 AM (IST)
नेशनल डेस्क: कराची के लयारी इलाके में कभी जो खौफनाक हकीकतें हुई थीं, उन्हें अब बड़े पर्दे पर जीवंत किया गया है। फिल्म ‘Dhurandhar’ में दर्शकों को दिखाया गया है कि कैसे गैंगस्टर, पुलिस अफसर, जासूस और शहर की सड़कों पर छाई हिंसा ने लयारी को युद्ध क्षेत्र बना दिया। यह कहानी है वास्तविक जीवन के धुरंधरों की – जो अपने नाम और डर से पूरे इलाके पर राज करते थे।
लयारी: खून और आतंक की नगरी
लयारी, कराची का वह इलाका जिसे कभी “मदर ऑफ कराची” कहा जाता था, गरीबी और अविकसित बुनियादी ढांचे के कारण अपराध का अड्डा बन गया। शहर में कभी यहां घुलते काले धुएँ और खून के दाग़ आम थे। यह वह जगह थी जहां रूहानियत के साथ इंसानियत और क्रूरता दोनों बसी हुई थी।
रेहमान डकैत: लयारी का काला सम्राट
फिल्म में अक्षय खन्ना ने रेहमान डकैत का किरदार निभाया है। जन्म 1975 में हुआ और अपराध की दुनिया में कदम 13 साल की उम्र में रखा। 19 साल की उम्र में उसने अपनी मां की हत्या कर दी। 30 की उम्र में वह लयारी का काला सम्राट बन चुका था। डकैत का साम्राज्य राजनीतिक संरक्षण और पीपल्स अमान कमिटी के साथ मिलकर विकसित हुआ। उसके आदेश पर अपराध की नृशंस रस्में होती थीं, जैसे प्रतिद्वंद्वी सिरों के साथ फुटबॉल खेलना। 2009 में पुलिस की बड़ी कार्रवाई में उसकी मौत हुई, उम्र केवल 34 साल थी। लेकिन उसका खौफ और कहानी आज भी जीवित हैं।

चौधरी असलम: कराची का ‘डर्टी हैरी’
संजय दत्त ने फिल्म में चौधरी असलम की भूमिका निभाई है। असलम ने लयारी की सड़कों पर गैंगस्टरों के लिए रातें डरावनी बना दी थीं। उन्होंने सीआईडी और लयारी टास्क फोर्स का नेतृत्व किया और नक्सलियों व गैंगस्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। 2009 में उन्होंने रेहमान डकैत को ढेर किया और अपनी शौर्य गाथा को अमर किया। जनवरी 2014 में उनकी मौत एक आत्मघाती हमले में हुई। असलम की शख्सियत साहस, न्याय और डर का मिश्रण थी।

हामज़ा अली मज़ारी: जासूस की छाया
रणवीर सिंह ने हामज़ा अली मज़ारी का किरदार निभाया। यह किरदार भारतीय गुप्तचर और एक फिक्शनल जासूस का मिश्रण है। हामज़ा लयारी के अपराध साम्राज्य में घुसकर अपनी पहचान बनाता है और आतंक, धोखा, और व्यक्तिगत त्रासदी से गुजरता है।

उज़ैर बालोच: अंधकार का उत्तराधिकारी
डैनिश पांडोर ने उज़ैर बालोच की भूमिका निभाई। रेहमान डकैत का चचेरा भाई, जिसने लयारी की अंडरवर्ल्ड की विरासत संभाली। उसके अधीन कई नृशंस घटनाएं हुईं। 2015 में इंटरपोल ने उसे दुबई से गिरफ्तार किया और 2020 में उसे 12 साल की सजा सुनाई गई।

मेजर इकबाल: सिस्टम में छुपी छाया
अर्जुन रामपाल ने मेजर इकबाल का किरदार निभाया। यह किरदार पाकिस्तानी आतंकवादी और पूर्व स्पेशल फोर्स अधिकारी इलयास कश्मीरी से प्रेरित माना जाता है। फिल्म में वह लयारी के अपराध और जासूसी की दुनिया में रहस्य और खतरे की निशानी हैं।

फिल्म का सार और प्रदर्शन
‘Dhurandhar’ वास्तविक और फिक्शनल पात्रों को मिलाकर कराची के गैंग युद्ध, जासूसी और आतंकवाद को पर्दे पर जीवंत करता है। रणवीर सिंह, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल, आर माधवन और अक्षय खन्ना की शानदार एक्टिंग ने फिल्म को Rs 100 करोड़ की ओपनिंग वीकेंड तक पहुंचा दिया।
फिल्म दर्शाती है कि कैसे वास्तविक दुनिया के अपराधी और उनके अधिनायक पर्दे पर सिर्फ कहानियाँ नहीं, बल्कि चेतावनी बनकर सामने आते हैं। लयारी में आज भी ये भूत चलते हैं, और ‘Dhurandhar’ उन्हें बोलने का मौका देता है।
