महबूबा की मोदी सरकार को धमकी, PDP को तोड़ा तो पैदा होंगे कई सलाउद्दीन

punjabkesari.in Friday, Jul 13, 2018 - 03:59 PM (IST)

श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन टूटने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पहली बार मोदी सरकार के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए हैं। महबूबा ने मोदी सरकार को धमकी देते हुए कहा कि भाजपा जोड़-तोड़ की राजनीति न करे वर्मा परिणाम अच्छे नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा पीडीपी को तोड़ने से बाज नहीं आई तो 90 जैसे हालात होंगे। उन्होंने कहा कि अगर बार-बार उन्हें उकसाया गया तो कई और सलाउद्दीन पैदा होंगे।
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पीडीपी प्रमुख ने कहा कि अगर दिल्ली में बैठे लोग हमारी पार्टी को तोड़ेगे और सज्जाद लोन या किसी को भी मुख्यमंत्री बनाए जाने की कोशिश की तो इससे कश्मीरियों का भारतीय लोकतंत्र पर से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली ने किसी भी तरह का हस्ताक्षेप पीडीपी में किया तो परिणाम गंभीर होंगे। उन्होंने कहा कि 1987 में एक पार्टी को तोड़ने का ही नतीजा था कि मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन (पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख) और जेकेएलएफ प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक जैसे नेता उभरे और यदि अब पीडीपी तोड़ी जाती है तो इसके और भी खतरनाक परिणाम होंगे।
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उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 1987 में नई दिल्ली के हस्तक्षेप के कारण सलाहुद्दीन और यासीन मलिक का जन्म हुआ, तो आज स्थिति और भी बदतर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मंजूरी के बिना राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी एकजुट है। घर में समस्याएं हो सकती हैं जिन्हें घर के भीतर मिल-बैठक हल किया जा सकता है। मुफ्ती की अगुवाई में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा गठबंधन की सरकार थी। भाजपा ने 19 जून को गठबंधन से हटने की घोषणा की थी जिसके बाद मुफ्ती ने इस्तीफा दे दिया था। राज्य में 20 जून से राज्यपाल शासन लागू है।

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जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने महबूबा के बयान पर पलटवार किया। रैना ने कहा कि यह एक आपत्तिजनक बयान है। भाजपा किसी भी तरह की जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं कर रही है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा महासचिव राम माधव ने भी पीडीपी के असंतुष्ट विधायकों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की किसी भी संभावना से इंकार किया था। उन्होंने कहा था कि हम चाहते हैं कि राज्य में राज्यपाल शासन लागू रहे।

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Seema Sharma

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