अफगानिस्तान से भारत लौटे पत्रकार ने बताई आपबीती, कहा-अब काबुल में रहना जोखिम से कम नहीं
punjabkesari.in Wednesday, Aug 18, 2021 - 02:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अभी वहां हालात सामान्य नहीं हुए हैं। लोगों में देश छोड़ने को लेकर अफरा-तफरी मची हुई है। 15 अगस्त को जब तालिबान ने काबुल में एंट्री की और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए तो वहां हलचल मच गई। सभी देश अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकाल रहा है। भारत ने भी अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट करना शुरू कर दिया है। एयर इंडिया की फ्लाइट से भारत लौटीं पत्रकार नयनिमा बसु ने अफगानिस्तान के अपने अनुभव पर बात करते हुए कहा कि वहां अब तबाही ही तबाही है। अब काबुल जाना जोखिम से कम नहीं है। अफगानिस्तान को कभी ऐसे हालात में देखेंगे कभी इसकी कल्पना नहीं की थी।
बसु ने बताया कि तालिबान के लड़ाकों ने काबुल एयरपोर्ट पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया। एयरपोर्ट के मुख्य प्रवेश द्वारों से गाड़ियों की एंट्री तक बंद कर दी। इतना ही नहीं लोगों को भी टर्मिनल भवनों के बाहर सड़क पर बिठाया गया। तालिबान के लड़ाकों ने एयरपोर्ट पर हवाई फायरिंग भी की जिस कारण लोग दहशत में आ गए और सभी जल्द से जल्द किसी भी विमान में बैठकर वहां से निकलना चाहते थे। लोग छोटे-छोटे बच्चों के साथ टर्मिनल भवनों के बाहर सड़कों पर बैठे हुए थे। बसु ने बताया कि भारतीय दूतावास और दिल्ली में MEA मुख्यालय द्वारा हमें तीन विकल्प दिए गए थे- उस होटल में वापिस जाओ जहां ठहरे हुए थे, एयरपोर्ट के तकनीकी क्षेत्र में जाओ या फिर भारतीय दूतावास जाओ। बसु ने बताया कि जब वह गेट से बाहर निकल रही थीं तभी तालिबान के कुछ लड़ाके चिल्लाते हुए उनके पास आए और उनको चेक करना शुरू कर दिया।
बसु ने कहा कि वो लोग उनका बैग उठाकर फेंकना चाहते थे तभी मैंने उनको बताया कि मैं भारतीय पत्रकार हूं और जमीनी स्तर पर यहां कवरेज के लिए आई थी। बसु ने कहा कि इसके बाद थोड़ी-सी चेकिंग के बाद मुझे जाने दिया गया। बसु ने कहा कि लोग सुबह 7 बजे से एयरपोर्ट के गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। 11.15 पर जैसे ही एयरपोर्ट के गेट खुले वहां भीड़ जुट गई। तालिबानी लड़ाकों ने तभी हवाई फायरिंग कर दी। एक तालिबानी लड़ाके ने अपने बगल में खड़े एक शख्स को गोली मार दी। बसु ने बताया कि वहां बहुत से लोग हैं जो अफगानिस्तान से निकलना चाहते हैं। कुछ ने कहा कि वह भारत आना चाहते हैं। बसु ने कहा कि वह किसी तरह भारत पहुंचने में कामयाब रहे और उनके कई पत्रकार साथी भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर भारत लौटे।