अब मिशन शुक्र- ISRO 2024 में भेजेगा शुक्रयान-1, सौरमंडल के सबसे गर्म ग्रह का करेगा अध्ययन
punjabkesari.in Thursday, May 05, 2022 - 01:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: चंद्रमा और मंगल पर मिशन भेजने के बाद इसरो अब शुक्र की कक्षा में भेजने के लिए एक अंतरिक्षयान तैयार कर रहा है ताकि यह अध्ययन किया जा सके कि सौर मंडल के सबसे गर्म ग्रह की सतह के नीचे क्या है और इसे घेरे सल्फ्यूरिक एसिड के बादलों के नीचे का रहस्य क्या है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने ‘वीनसियन साइंस' पर एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शुक्र मिशन की परिकल्पना की गई है और परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है।
उन्होंने वैज्ञानिकों से उच्च प्रभाव वाले परिणामों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। सोमनाथ ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि भारत के लिए शुक्र की कक्षा में मिशन भेजना बहुत कम समय में संभव है क्योंकि भारत के पास आज यह क्षमता है।
इसरो मिशन को भेजने के लिए दिसंबर 2024 का लक्ष्य लेकर चल रहा है। एस सोमनाथ ने वैज्ञानिकों से कहा, वे शुक्र पर भेजे पुराने मिशन के प्रयोग दोहराने से बचें। नए लक्ष्य चंद्रयान-1 और मार्स ऑर्बिटर मिशन की तरह प्रभावी परिणाम व पहचान देने वाले होने चाहिएं। शुक्र की सतह पर कई प्रक्रियाएं, ऊंचाई व गहराई, सक्रिय ज्वालामुखी विस्फोट, इनसे बहता लावा, ग्रह की संरचना, वातावरण, सौर तूफानों का असर नए प्रयोगों के विषय होने चाहिए।
इसलिए 2024 को चुना
पृथ्वी से शुक्र औसतन 4.10 करोड़ किमी दूर है, सूर्य की परिक्रमा में यह दूरी बढ़ती-घटती रहती है। दिसंबर 2024 में शुक्र धरती के बेहद निकट होगा। इससे अंतरिक्ष यान के लिए सबसे छोटा परिक्रमा पथ तय करना संभव होगा। अगली बार ऐसा मौका 2031 में आएगा।
इतने मिशन : शुक्र या इस ग्रह की ओर अब तक 46 मिशन भेजे गए। इनमें निकट से गुजरने वाले, टकराने वाले, यहां से सूर्य या दूसरे ग्रहों की ओर जाने वाले और ऑर्बिटर मिशन प्रमुख थे।
किसने भेजे | मिशन | सफल |
सोवियत रूस | 29 | 15 |
अमेरिका | 1 | 10 |
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी | 3 | 3 |
जापान | 3 | 2 |