क्या कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट है सबसे ज्यादा खतरनाक, जानें एम्स के डायरेक्टर गुलेरिया ने क्या कहा
punjabkesari.in Thursday, Jul 01, 2021 - 03:44 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भले ही भारत में कोरोना की दूसरी लहर सुस्त पड़ गई है, लेकिन इसके डेल्टा प्लस वेरिएंट ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अब तक ऐसा कोई डाटा नहीं मिला है जिसके आधार पर कहा जा सके कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण ही अधिक मौते हुई हैं या फिर इसकी वजह से ही भारत में तेजी से संक्रमण फैला है। डॉयरेक्टर गुलेरिया ने कहा कि यदि कोरोना से निपटने के लिए जारी गाइडलाइंस का पालन किया जाए तो आप किसी भी नए वेरिएंट से सेफ रहेंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तीन टीकों का इस्तेमाल हो रहा है। कोवैक्सीन की प्रभावकारिता 77.8 फीसदी है, वहीं कोविशील्ड (ऑक्सफोर्ड एस्ट्रजेनेका) का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट कर रहा है। इसकी प्रभावकारिता 62 से 80 फीसदी है। इसके अलावा टीकाकरण के लिए रूसी वैक्सीन स्पुतनिक V का भी इस्तेमाल हो रहा है। इसकी प्रभावकारिता 91.6 फीसदी है। अमेरिकी फॉर्मा कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को भी हाल ही में इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। तीसरे चरण के ट्रायल के बाद यह वैक्सीन 94.1 फीसद प्रभावी पाई गई है।