सर्जरी के दौरान अगर खुली रह जाएं आंखें, तो क्या होगा? जानिए डॉक्टरों की राय

punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 06:02 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सर्जरी का नाम सुनते ही ज़हन में सबसे पहले ऑपरेशन थिएटर, डॉक्टर और एनेस्थीसिया की तस्वीर उभरती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी मरीज की आंखें ऑपरेशन के दौरान खुली रह जाएं तो क्या होगा? क्या यह कोई मेडिकल इमरजेंसी है या फिर एक सामान्य बात? इस सवाल का जवाब जानना कई लोगों के लिए जरूरी है, खासकर उनके लिए जिनकी सर्जरी होने वाली है या जिन्होंने पहले कभी एनेस्थीसिया लिया हो। तो चलिए जानते हैं इस खास सवाल का आसान और वैज्ञानिक जवाब।

क्यों दी जाती है सर्जरी में एनेस्थीसिया?

जब किसी मरीज की सर्जरी की जाती है, तब उसे सामान्य एनेस्थीसिया (General Anesthesia) दिया जाता है। इसका मकसद मरीज को पूरी तरह बेहोश करना होता है ताकि उसे सर्जरी के दौरान कोई दर्द न महसूस हो और शरीर हिले-डुले नहीं। सामान्य एनेस्थीसिया शरीर के नर्वस सिस्टम को इस तरह से प्रभावित करता है कि व्यक्ति को होश नहीं रहता और वह ऑपरेशन के दौरान शांत बना रहता है।

सर्जरी के दौरान क्यों खुली रह सकती हैं आंखें?

कुछ मामलों में ऐसा होता है कि सर्जरी के समय मरीज की आंखें पूरी तरह से बंद नहीं होतीं या बीच-बीच में हल्के से खुल जाती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं:

  • मरीज पर हल्का एनेस्थीसिया देना
    कुछ सर्जरी में मरीज को पूरी तरह बेहोश नहीं किया जाता। जैसे घुटने, हाथ या पैर की सर्जरी में जहां सिर्फ शरीर का कुछ हिस्सा सुन्न किया जाता है।

  • व्यक्तिगत शरीर की प्रतिक्रिया
    हर व्यक्ति के शरीर की प्रतिक्रिया अलग होती है। कुछ लोगों की आंखें बिना होश में आए भी खुली रह सकती हैं।

  • एनेस्थीसिया की मात्रा कम पड़ जाना
    अगर दवा की डोज़ कम हो जाए तो मरीज हल्के होश में आ सकता है और आंखें खोल सकता है।

क्या खुली आंखें खतरे का संकेत हैं?

नहीं, यह जरूरी नहीं कि आंखें खुलना कोई खतरनाक संकेत हो। मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर सर्जरी के दौरान आंखें खुल भी जाएं तो इसका मतलब यह नहीं कि मरीज को दर्द हो रहा है या वह सब कुछ महसूस कर रहा है। डॉक्टर और एनेस्थेटिस्ट इस स्थिति के लिए पहले से तैयार रहते हैं। अगर उन्हें लगे कि मरीज की प्रतिक्रिया सामान्य से अलग है, तो वे दवा की मात्रा को तुरंत एडजस्ट कर देते हैं। इसके अलावा, ज्यादातर ऑपरेशन थिएटरों में डॉक्टर मरीज की आंखें टेप या किसी सॉफ्ट जेल पैड से हल्के से बंद कर देते हैं ताकि आंख में सूखापन या चोट न लगे।

आंखें खुली हों तो क्या मरीज को सब दिखाई देता है?

सामान्य तौर पर नहीं। जब व्यक्ति एनेस्थीसिया में होता है, तब भले ही आंखें खुली रहें, उसका दिमाग जागरूक नहीं होता। आंखें खुली होने के बावजूद मरीज को कुछ नजर नहीं आता या महसूस नहीं होता। यह वैसा ही है जैसे कोई गहरी नींद में हो और उसकी आंखें आधी खुली हों, लेकिन वह कुछ नहीं देख पा रहा हो।

किन मामलों में ध्यान देना ज़रूरी?

हालांकि यह स्थिति आमतौर पर खतरनाक नहीं होती, लेकिन Awareness During Anesthesia नाम की एक दुर्लभ स्थिति होती है जिसमें मरीज एनेस्थीसिया के बावजूद कुछ चीजें महसूस कर सकता है। यह बहुत ही दुर्लभ है (हर 10,000 में 1-2 केस) और इसमें भी डॉक्टर तुरंत स्थिति को नियंत्रित कर लेते हैं।

क्या करना चाहिए मरीज को?

अगर आप या आपके परिवार में किसी की सर्जरी होने वाली है तो घबराने की जरूरत नहीं है। बस कुछ बातें ध्यान रखें:

  • सर्जरी से पहले डॉक्टर से अपने मेडिकल इतिहास के बारे में खुलकर बात करें

  • किसी तरह की एलर्जी या पुरानी बीमारी है तो जरूर बताएं

  • एनेस्थीसिया से जुड़ी कोई पुरानी प्रतिक्रिया रही हो तो वो भी साझा करें

डॉक्टर आपकी हर बात को ध्यान में रखकर सही दवा और डोज़ तय करते हैं।
 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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