केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 40 अरब डॉलर के पार, स्मार्टफोन बने गेम चेंजर
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 09:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 40 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है। यह जानकारी केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को दी। उन्होंने बताया कि बीते 11 वर्षों में भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में आठ गुना वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग छह गुना बढ़ चुकी है।
IIT हैदराबाद के दीक्षांत समारोह में की घोषणा
आईआईटी हैदराबाद के 14वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट तेज़ी से प्रगति कर रहा है। उम्मीद है कि देश में पहली बुलेट ट्रेन अगस्त या सितंबर 2027 तक शुरू हो जाएगी। वैष्णव ने यह भी बताया कि भारत में विकसित की गई पहली सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन इसी साल शुरू होने जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले समय में भारत दुनिया के शीर्ष 5 सेमीकंडक्टर उत्पादक देशों में शामिल होगा।
4G स्टैक में भारत ने हासिल की बड़ी सफलता
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने मात्र साढ़े तीन वर्षों में पूरा 4G टेलीकॉम स्टैक डिज़ाइन किया है, जिसे अब देश के लगभग 90,000 टेलीकॉम टावरों पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और मजबूत नेतृत्व का परिणाम बताया।
स्मार्टफोन निर्यात में भी जबरदस्त उछाल
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत का स्मार्टफोन निर्यात अप्रैल-जून 2025 की तिमाही में 7 अरब डॉलर को पार कर गया है। इसमें फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की बड़ी भूमिका रही है। खास बात यह है कि भारत में बने ज्यादातर iPhone अमेरिका को निर्यात किए जा रहे हैं।
मोबाइल विनिर्माण बनी सबसे बड़ी सफलता
एक वरिष्ठ उद्योग अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग भारत की अब तक की सबसे बड़ी औद्योगिक सफलता बनकर उभरी है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन पर लगे प्रतिबंधों के कारण उपकरणों, दुर्लभ खनिजों और तकनीकी विशेषज्ञता की आपूर्ति प्रभावित हो रही है, ऐसे में भारत सरकार से निरंतर समर्थन की आवश्यकता है। जून 2025 तिमाही में भारत के कुल इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में 2 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है, जो पूरी तरह स्मार्टफोन निर्यात की बदौलत संभव हो पाया है।