''शराब पीती थी, रात में शॉर्ट्स पहनकर घूमती थी''- ज्योति मल्होत्रा पर पड़ोसियों के गंभीर आरोप
punjabkesari.in Wednesday, May 21, 2025 - 07:58 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर और लोकप्रिय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा इन दिनों जासूसी के एक गंभीर मामले में सुर्खियों में हैं। जिस युवती की पहचान सोशल मीडिया पर ट्रैवल वीडियो बनाने और दुनिया घूमने से जुड़ी थी, वही अब एक बड़े अंतरराष्ट्रीय जासूसी नेटवर्क की संभावित कड़ी बताई जा रही है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जांच के बाद ज्योति को हिरासत में लिया गया है, और आरोप है कि उसने पाकिस्तान के लिए संवेदनशील जानकारी साझा की है।
पाकिस्तान से जुड़े तार: क्या है मामला?
हिसार पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ ‘दानिश’ के संपर्क में थी, जिसे भारत सरकार पहले ही देश से निष्कासित कर चुकी है। दानिश पर ISI एजेंट होने का आरोप है। जांच में सामने आया है कि ज्योति 2023 में दो बार पाकिस्तान गई और वहां ISI अधिकारियों से मिली। वह दानिश से एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए संपर्क में थी।
घर से उठी, फोन-लैपटॉप जब्त
15 मई की रात को पुलिस ने ज्योति को गिरफ्तार किया और अगले दिन उसे घर लाकर छानबीन की। इस दौरान उसका फोन, लैपटॉप, पिता और चाचा के मोबाइल तक जब्त कर लिए गए। यहां तक कि पिता की वह डायरी भी ले ली गई जिसमें वे रोज़ के खर्च का हिसाब रखते थे। ज्योति पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और IPC की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो देश की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरे में डालने से जुड़ा है।
पिता का बयान: “अगर दोषी है तो सज़ा मिले”
ज्योति के 59 वर्षीय पिता का कहना है, “पाकिस्तान में दोस्त होना कोई गुनाह नहीं है। अगर मेरी बेटी ने कुछ गलत किया है, तो उसे सज़ा जरूर मिलनी चाहिए। लेकिन मुझे उसकी सोशल मीडिया गतिविधियों से हमेशा ऐतराज़ रहा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे उसकी यात्राओं के बारे में अधिक नहीं पूछते थे।
मोहल्ले की राय बंटी हुई
पड़ोसियों की राय ज्योति के बारे में काफी मिश्रित रही है। कुछ का कहना है कि उसका व्यवहार ‘अजीब’ था, वह देर रात तक बाहर रहती थी और आधुनिक कपड़ों में दिखाई देती थी। कुछ लोगों ने तो उस पर पहले से ही संदेह जताया है, जबकि कुछ ने उसके प्रति सहानुभूति दिखाई है। एक दूसरे पड़ोसी ने बताया, 'वो रात में शराब पीकर, शॉर्ट्स पहनकर घूमती थी। उसके पिता से पूछो कि उनके घर कौन-कौन आता-जाता था।'
'Soft Propaganda Tool' के रूप में इस्तेमाल
जांच एजेंसियों के अनुसार, दानिश ने ज्योति को ‘सॉफ्ट प्रोपेगैंडा टूल’ के रूप में इस्तेमाल किया। उससे ऐसे वीडियो बनवाए गए जो पाकिस्तान की छवि को सकारात्मक रूप में दिखाते थे। उसका मकसद भारतीय समाज में पाकिस्तान को लेकर बनी धारणा को बदलना और युवाओं को प्रभावित करना था। दावा है कि वह दूसरों को भी इस एजेंडे में शामिल करने की कोशिश कर रही थी।
विदेश यात्राएं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’
पिछले तीन वर्षों में ज्योति कई देशों की यात्रा कर चुकी है, जिनमें इंडोनेशिया, भूटान, थाईलैंड, चीन, बांग्लादेश और दुबई शामिल हैं। इन यात्राओं को ‘कंटेंट क्रिएशन’ का नाम दिया गया, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां अब इनका अलग ही विश्लेषण कर रही हैं। साथ ही, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान देश के भीतर की गतिविधियों की जानकारी बाहर भेजने का आरोप भी उस पर है।