जासूसी कांड में नया खुलासा, ज्योति मल्होत्रा के बाद अब ओडिशा की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति पर जांच की आंच
punjabkesari.in Sunday, May 18, 2025 - 05:27 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का मामला एक नई दिशा में बढ़ गया है। अब इस केस की जांच की आंच ओडिशा तक पहुंच गई है, जहां पुरी की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और पुरी पुलिस ने प्रियंका से पूछताछ की है। सूत्रों के अनुसार, सितंबर 2024 में ज्योति मल्होत्रा ने ओडिशा के पुरी शहर का दौरा किया था। इस दौरान उसने जगन्नाथ मंदिर और आसपास के सरकारी परिसरों की तस्वीरें और वीडियो शूट किए थे। अब एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इन वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल कहीं दुश्मन देश को जानकारी भेजने में तो नहीं हुआ।
क्या प्रियंका सेनापति को थी जानकारी?
खुफिया एजेंसियों को शक है कि ज्योति की पुरी यात्रा के दौरान वह प्रियंका सेनापति के संपर्क में रही हो सकती है। इसी संदेह के आधार पर पुरी में रहने वाली यूट्यूबर प्रियंका से पूछताछ की गई। एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि क्या प्रियंका को ज्योति की गतिविधियों की जानकारी थी या वह भी किसी तरह की जानकारी साझा कर रही थी।
प्रियंका सेनापति ने दी सफाई
पूछताछ के बाद प्रियंका सेनापति ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, "ज्योति सिर्फ मेरी यूट्यूब की दोस्त थी। मैं उसके किसी भी काम में शामिल नहीं थी और ना ही मुझे कभी शक हुआ। यदि पता होता कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रही है तो मैं उससे कभी संपर्क नहीं रखती। मैं जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देने को तैयार हूं।"
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स पर कड़ी नजर
ज्योति की गिरफ्तारी और प्रियंका से पूछताछ के बाद खुफिया एजेंसियों ने पुरी, भुवनेश्वर और अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों पर निगरानी तेज कर दी है। विशेष रूप से उन यूट्यूबर्स और कंटेंट क्रिएटर्स पर नजर रखी जा रही है जो DSLR, ड्रोन या हाई-क्वालिटी कैमरों से सार्वजनिक स्थलों की शूटिंग करते हैं। एजेंसियों को आशंका है कि सोशल मीडिया के जरिए संवेदनशील सूचनाएं देश के बाहर भेजी जा सकती हैं।
डिजिटल एजेंट्स से जुड़ी नई चुनौती
एक सुरक्षा अधिकारी ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा, "अब जासूस सरहद पार से नहीं आते, वे आपके मोबाइल स्क्रीन के पीछे छिपे होते हैं।" यह केस एक नए किस्म के साइबर-जासूसी नेटवर्क की ओर इशारा करता है जिसमें सोशल मीडिया को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। अब तक की जांच से संकेत मिल रहे हैं कि यह मामला किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। एजेंसियां हरियाणा से लेकर ओडिशा तक की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही हैं। अगर यह साबित हो जाता है कि प्रियंका सेनापति ने भी किसी भी रूप में जानकारी साझा की या उसे प्राप्त किया, तो इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
डेटा शेयरिंग और सोशल मीडिया की जांच
जांच एजेंसियां अब दोनों यूट्यूबर्स के बीच हुए सोशल मीडिया इंटरेक्शन, चैट्स, साझा किए गए डेटा और वीडियो की गहराई से जांच कर रही हैं। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि क्या पुरी यात्रा के दौरान ज्योति ने किसी खास जगह के वीडियो सिर्फ सामान्य व्लॉगिंग के लिए बनाए थे या उनका उद्देश्य कुछ और था।