' अगर अब नहीं तो कब...', कोलकाता डॉक्टर मर्डर केस पर भड़के हरभजन सिंह, CM ममता बनर्जी को लिखा पत्र
punjabkesari.in Sunday, Aug 18, 2024 - 05:31 PM (IST)
नेशनल डेस्क: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं, अब इस मामले पर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने दुख व्यक्त किया है।
With deep anguish over delay in justice to the Kolkata rape and murder victim, the incident which had shaken the conscience of all of us, I have penned a heartfelt plea to the Hon'ble Chief Minister of West Bengal , Ms. @MamataOfficial Ji and Hon'ble @BengalGovernor urging them… pic.twitter.com/XU9SuYFhbY
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) August 18, 2024
हरभजन सिंह ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र
हरभजन सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने पीड़िता को न्याय दिलाने में हो रही देरी पर गहरी पीड़ा जताई है। उन्होंने पत्र में लिखा कि कोलकाता में हुई इस घटना ने सभी की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है। मैंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस से अपील की है कि वे इस मामले में त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करें।”
'हमें एक ऐसा समाज बनाना चाहिए, जहां हर महिला सुरक्षित महसूस करे'
हरभजन ने कहा, “महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अपराधियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। हमें एक ऐसा समाज बनाना चाहिए, जहां हर महिला सुरक्षित महसूस करे। अगर अब नहीं, तो कब कार्रवाई की जाएगी?”
'तत्काल सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है घटना...'
पत्र में हरभजन ने ममता बनर्जी, राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस और भारतीय नागरिकों को संबोधित करते हुए लिखा कि इस अपराध ने न सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ हमला किया है, बल्कि हमारे समाज की हर महिला की सुरक्षा और गरिमा पर भी गंभीर हमला किया है। यह घटना हमारे समाज में गहरी जड़ें जमाए हुए मुद्दों की ओर इशारा करती है और तत्काल सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है।”
अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई: हरभजन सिंह
हरभजन ने पत्र में यह भी लिखा कि इस घटना के एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है और अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि चिकित्सा संस्थान जैसे सुरक्षित स्थान पर ऐसी क्रूरता को देखकर डॉक्टर और चिकित्सा समुदाय में असंतोष बढ़ गया है। वे सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि उनकी सुरक्षा की स्थिति गंभीर है।