बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘असानी', अगले 24 घंटे में इन राज्यों पर भारी

punjabkesari.in Sunday, May 08, 2022 - 02:28 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बंगाल की खाड़ी में रविवार को दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र के ऊपर बना गहरा दबाव वाला क्षेत्र बीते छह घंटों के दौरान 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ चक्रवाती तूफान ‘असानी' में बदलकर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की दिशा में बढ़ गया। दबाव क्षेत्र सुबह करीब 5.30 बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में कार निकोबार (निकोबार द्वीप समूह) से करीब 450 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम, पोर्ट ब्लेयर से 380 किलोमीटर पश्चिम, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 970 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और पुरी (ओडिशा) से 1030 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, ‘‘चक्रवात के उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और अगले 24 घंटों के दौरान पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।''

पूर्वी तट के समानांतर बढ़ने के आसार 
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान के 10 मई तक उत्तर-पश्चिम की दिशा में और बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र से सटे उत्तर आंध्र प्रदेश एवं ओडिशा के तटों की ओर बढ़ने के आसार हैं। इसके बाद, यह उत्तर-उत्तर पूर्वी दिशा की तरफ मुड़कर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में ओडिशा तट की ओर बढ़ सकता है। आईएमडी के महानिदेशक (डीजी) मृत्युंजय मोहपात्रा ने शनिवार को स्पष्ट किया था कि चक्रवात के ओडिशा या आंध्र प्रदेश के तटवर्ती क्षेत्रों से टकराने की आशंका नहीं है, लेकिन यह समुद्र में तटीय क्षेत्र के समानांतर गमन करेगा। मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के तटीय क्षेत्र से टकराए बिना अगले हफ्ते तक कमजोर पड़ने की संभावना है।

अगले 24 घंटे में इन राज्यों पर भारी
विभाग के मुताबिक, चक्रवात के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर मंगलवार से तेज हवाएं चलने और बारिश होने की आशंका है। विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान का नाम ‘असानी' रखा गया है, जो ‘क्रोध' के लिए इस्तेमाल सिंहली भाषा का शब्द है। आईएमडी ने रविवार सुबह 8.30 बजे जारी बुलेटिन में कहा, ‘‘अगले 24 घंटों के दौरान तूफान के उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर और तेज होने की आशंका है।'' आईएमडी द्वारा चक्रवात के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात के 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश व ओडिशा के तटों से बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य एवं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं। इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की तरफ मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है।

मछुआरे 10 मई से अगली सूचना तक समुद्रों के किनारे न जाएं
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के सोमवार को बंगाल की खाड़ी में 60 समुद्री मील (111 किलोमीटर प्रति घंटा) की गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों की ओर बढ़ने के साथ भीषण चक्रवाती तूफान के मंगलवार से धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि ओडिशा के तटीय जिलों और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के दक्षिणी हिस्से में मंगलवार से हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 10 मई से अगली सूचना तक समुद्र में और पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटों पर नहीं जाएं। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति नौ मई को खराब और 10 मई को अत्यधिक खराब हो जाएगी। 10 मई को समुद्र में हवा की गति के बढ़कर 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है। भाषा सुरभि पारुल


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Content Editor

rajesh kumar

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