गोरेगांव में आवारा कुत्तों का आतंक! 24 घंटों में 16 लोगों को काटा, CCTV में कैद हुई हमले की तस्वीरें, इलाके में दहशत
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 11:45 AM (IST)
नेशनल डेस्क: मुंबई के गोरेगांव इलाके में आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों से दहशत का माहौल बन गया है। पिछले 24 घंटों के भीतर कुत्तों ने 16 लोगों को काट लिया, जिससे स्थानीय लोग घर से बाहर निकलने में भी डर महसूस कर रहे हैं। खासतौर पर गोरेगांव वेस्ट के आदर्श विद्यालय और सिद्धार्थ नगर इलाके में हालात ज्यादा गंभीर बताए जा रहे हैं।
CCTV में कैद हुए कुत्तों के हमले
जानकारी के मुताबिक, बीते दो दिनों में इन इलाकों में 15 से 16 लोगों पर आवारा कुत्तों ने हमला किया है, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं। कुत्तों के हमले की घटनाएं आसपास लगे CCTV कैमरों में कैद हुई हैं, जिससे इलाके में डर और गुस्सा दोनों बढ़ गया है।
Goregaon में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ा, एक कुत्ते ने Security Guard पर हमला किया | Dog Attack#MumbaiNews #Goregaon #SecurityGuard #DogAttack #PunjabKesariTv pic.twitter.com/vuvLxE0L9R
— Punjab Kesari (@punjabkesari) December 13, 2025
स्थानीय लोगों में डर, नगर पालिका से कार्रवाई की मांग
कुत्तों के लगातार हमलों से आदर्श स्कूल और सिद्धार्थ नगर क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं। कई लोग घायल होकर अस्पताल पहुंचे हैं और कुछ का इलाज ट्रॉमा केयर व निजी अस्पतालों में चल रहा है। स्थानीय निवासियों ने नगर पालिका से हमलावर कुत्तों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
विधानसभा तक पहुंचा मामला
गोरेगांव में आवारा कुत्तों के हमले का मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा में भी गूंजा। सवाल-जवाब के दौरान विधायक अतुल भातखलकर और विधायक सुनील प्रभु ने सरकार से इस पर तत्काल कदम उठाने की मांग की। विधायकों ने सदन में बताया कि कुत्ते लोगों के चेहरे और शरीर के ऊपरी हिस्सों पर हमला कर रहे हैं, जिससे चोटें गंभीर हो रही हैं।
छह साल में 30 लाख से ज्यादा डॉग बाइट के मामले
इससे पहले डिप्टी चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में लिखित जवाब देते हुए बताया कि महाराष्ट्र में पिछले छह सालों में कुत्तों के काटने के 30 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2021 से 2023 के बीच रेबीज से 30 लोगों की मौत हुई है। शिंदे ने माना कि मुंबई, पुणे, नागपुर और कल्याण-डोंबिवली जैसे बड़े शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जो अब एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
