14 साल के बच्चों ने किया कमाल, एक ने 7 सेकंड में दिल की बीमारियां बताने वाला बनाया APP, दूसरे ने बनाए 6 वर्ल्ड रिकॉर्ड
punjabkesari.in Wednesday, Mar 19, 2025 - 03:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय मूल के 2 बच्चों ने 14 साल की उम्र में अपनी अद्भुत प्रतिभा से दुनियाभर में अपनी पहचान बनाई है। ये दोनों ही बच्चे अपने-अपने क्षेत्रों में शानदार उपलब्धियों के कारण चर्चा में हैं। एक ओर जहां सिद्धार्थ नंद्याला ने दिल की बीमारी का पता लगाने वाला एप बनाया है, वहीं आर्यन शुक्ला ने मानसिक गणना में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आइए, जानते हैं इनके बारे में और विस्तार से.....
दिल की बीमारी का पता लगाने वाला AI APP
सिद्धार्थ नंद्याला, जो कि अब तक के सबसे कम उम्र के एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सर्टिफाइड प्रोफेशनल हैं, ने एक ऐसा एप विकसित किया है जो केवल 7 सेकंड में दिल की बीमारी का पता लगा सकता है। ओरेकल और आर्म जैसी प्रमुख कंपनियों ने उन्हें एआई एक्सपर्ट के रूप में प्रमाणित किया है। टेक्सास में रहने वाले सिद्धार्थ का एआई पावर्ड एप 'सर्केडिया वी' स्मार्टफोन से हार्ट साउंड रिकॉर्ड कर दिल की बीमारी का पता लगाने में सक्षम है। इसकी सटीकता 96% से ज्यादा है और यह अमेरिका के 15,000 मरीजों और भारत के गुंटूर में 700 मरीजों पर टेस्ट किया गया है।
सिद्धार्थ के पिता महेश नंद्याला ने बताया कि उनका बेटा अपने इनोवेशन से उन समस्याओं का समाधान ढूंढता है, जिन्हें वह खुद महसूस करता है। उदाहरण के लिए, हैदराबाद में एक बच्चा कृत्रिम हाथ खरीदने में असमर्थ था, जिससे सिद्धार्थ ने किफायती प्रोस्थेटिक आर्म बनाने की प्रेरणा ली। उनका यह आर्म ईसीजी टेक्नोलॉजी से काम करेगा और इसे केवल 25,000 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा, जबकि आमतौर पर ऐसे आर्म की कीमत 3.3 करोड़ रुपए तक होती है। सिद्धार्थ ने एक STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स) आईटी कंपनी भी बनाई है, जो दुनियाभर के छात्रों को इन विषयों की शिक्षा प्रदान करती है।
आर्यन शुक्ला: मानसिक गणना में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का तड़का
महाराष्ट्र के नासिक निवासी 14 साल के आर्यन शुक्ला ने हाल ही में दुबई में हुए मेंटल मैथ्स चैलेंज में छह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाए। उन्होंने 100 चार अंकों की संख्याओं को मानसिक रूप से जोड़ने का रिकॉर्ड तोड़ा और महज 30.9 सेकंड में यह काम किया। इसके अलावा, आर्यन ने एक ही दिन में 6 रिकॉर्ड्स बनाए।
आर्यन का कहना है, "मेंटल कैलकुलेशन में सब कुछ एक सेकंड से कम समय में हो जाता है, मैं बता नहीं सकता कि दिमाग में क्या चल रहा होता है।" वह रोजाना 5-6 घंटे अभ्यास करते हैं और योग व मेडिटेशन से मदद लेते हैं। उनके पिता नितिन शुक्ला बताते हैं कि आर्यन को बचपन से ही नंबरों से खेलने का शौक था। छह साल की उम्र में उसने गणना की प्रैक्टिस शुरू की थी और 8 साल तक वह कई अंतरराष्ट्रीय मेडल और ट्रॉफियां जीत चुका था। आर्यन अब तक मेंटल मैथ्स वर्ल्ड कप (2022 और 2024) जीत चुके हैं और 2024 में इटली के टीवी शो 'देइ रिकॉर्ड' पर 25.19 सेकंड में 50 पांच अंकों वाली संख्याओं को जोड़ने का रिकॉर्ड भी बनाया।