सावधान! ट्रेन में गलती से भी ना रखें ये फल, TT काट देगा चालान और हो सकती है जेल
punjabkesari.in Friday, Apr 25, 2025 - 01:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में हर दिन लाखों लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं। अगर आप भी इनमें से एक हैं, तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। अक्सर लोग समझते हैं कि फल या खाना साथ ले जाना बिल्कुल सुरक्षित है, लेकिन भारतीय रेलवे के कुछ ऐसे नियम हैं जो हैरान कर सकते हैं। खासकर एक फल ऐसा है जिसे ट्रेन में लेकर जाना मना है और अगर पकड़े गए तो जुर्माना तो होगा ही, जेल भी हो सकती है।
कौन-सा फल है ट्रेनों में बैन?
रेलवे नियमों के अनुसार, सूखा नारियल (Dry Coconut) ट्रेन में लेकर जाना प्रतिबंधित है। इसका कारण इसका रेशेदार बाहरी हिस्सा है जिसे ज्वलनशील यानी आग पकड़ने वाला माना जाता है। यह सूखे नारियल की भूसी (कोयर) आसानी से आग पकड़ सकती है, जिससे ट्रेन में आग लगने का खतरा रहता है। यानी अगर आपने गलती से भी बैग में सूखा नारियल रख लिया और जांच में पकड़ में आ गया, तो मुश्किल खड़ी हो सकती है।
ट्रेन में क्या-क्या नहीं ले जा सकते?
भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार निम्नलिखित चीजों को ले जाना सख्त मना है:
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गैस सिलेंडर
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स्टोव या हीटर
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पटाखे और विस्फोटक
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एसिड और ज्वलनशील रसायन
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सिगरेट की भारी मात्रा
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ग्रीस और गीला चमड़ा
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शराब और नशे के सामान
इन चीजों से आग लगने, जान-माल की हानि या दुर्घटना की संभावना रहती है। इसलिए इन पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।
पकड़े गए तो क्या होगा?
रेलवे अधिनियम के तहत अगर कोई यात्री प्रतिबंधित वस्तु के साथ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है:
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1,000 रुपए तक का जुर्माना
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3 साल तक की जेल
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या दोनों सजा एक साथ
अगर ले जाया गया सामान ट्रेन को नुकसान पहुंचाता है तो यात्री से नुकसान की भरपाई भी करवाई जाती है।
ट्रेन में शराब पीना है अपराध
रेलवे अधिनियम की धारा 165 के तहत कोई भी व्यक्ति ट्रेन में शराब पीते हुए या नशे की हालत में सफर करता पाया गया, तो:
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उसका टिकट रद्द किया जा सकता है
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6 महीने की जेल
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500 रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है
यात्रा के दौरान किसी को परेशान करने, अशांति फैलाने या गलत व्यवहार करने पर भी यही नियम लागू होते हैं।
मेडिकल इमरजेंसी में क्या छूट है?
गैस सिलेंडर जैसी वस्तुएं सामान्य रूप से बैन हैं, लेकिन अगर मेडिकल इमरजेंसी हो, जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत, तो रेलवे विशेष अनुमति और दिशानिर्देशों के तहत इसकी अनुमति देता है। रेलवे खुद भी ऑक्सीजन की सुविधा यात्रियों को देता है।
रेलवे नियम क्यों जरूरी हैं?
रेलवे में लाखों लोग एक साथ सफर करते हैं। ऐसे में सुरक्षा सर्वोपरि होती है। अगर कोई भी यात्री लापरवाही बरते तो उससे पूरे कोच या ट्रेन को खतरा हो सकता है। इसलिए हर यात्री का ये फर्ज है कि वो रेलवे के नियमों का पालन करे और दूसरों की सुरक्षा को खतरे में न डाले।