प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं तो हो जाएं सावधान, धीरे-धीरे ले रहा है आपकी जान
punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 05:57 PM (IST)
नेशनल डेस्क: प्लास्टिक प्रदूषण हमारे पर्यावरण को किस तरह से नुकसान पहुंचा रहा है यह हम सभी जानते हैं। देश में प्लास्टिक से हो रहे नुकसानों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महाअभियान की शुरुआत कर दी है। मोदी ने 2022 तक देश को सिंगल-यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का लक्ष्य तय कर दिया है। उन्होंने देश के हर व्यक्ति, हर संगठन से प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद किए जाने का आह्वान किया है। हांलाकि इस अभियान में हिस्सा लेने से पहले देश वासियों को यह जरूर जानना चाहिए की आखिर सिंगल-यूज प्लास्टिक होता क्या है और देश के लिए किस तरह खतरनाक है।
क्या होता है सिंगल यूज प्लास्टिक
- सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग हम केवल एक बार करते हैं और इसे फेंक देते हैं।
- इसमें पानी और कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलें, प्लास्टिक के कैरी बैग, बिस्कुट, मैगी, नमकीन जैसे उत्पादों के पैकिंग रैपर, भोजों के इस्तेमाल किये जाने वाले प्लास्टिक प्लेट, ग्लास, चम्मच आदि शामिल हैं।
- हवाई उड़ानों और रेलगाड़ियों में अचार और जैम जैसी सुविधाओं के लिये इनका खूब इस्तेमाल होता है.
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार हमारे देश में हर रोज कुल 25940 मैट्रिक टन प्लास्टिक कचरा पैदा हो रहा है।
- हमारे रोजमर्रा के जीवन में सबसे ज्यादा प्रयोग सिंगल यूज प्लास्टिक का ही होता है।
देश के लिए कितना है खतरनाक
- इस प्लास्टिक की रसायनिक संरचना ऐसी होती है कि यह आसानी से नष्ट नहीं होता है।
- सिंगल यूज प्लास्टिक करीब 7.5 प्रतिशत की ही रीसाइक्लिंग हो पाती है।
- जमीन के अंदर दबाया गया प्लास्टिक मिट्टी के जरिये पानी में जाता है और फैलकर प्रदूषण फैलाता है।
- स्टिक को जलाने से हवा प्रदूषित होती है।
- एक अनुमान के मुताबिक प्लास्टिक के जलने से उत्सर्जित होने वाली कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा 2030 तक तीन गुनी हो जाएगी।
- यह मानव शरीर ही नहीं, बल्कि पर्यावरण को भी बहुत नुकसान पहुंचा रहा है।
जानवारों के लिए जानलेवा साबित हो रहा प्लास्टिक
- सिंगल यूज प्लास्टिक सिर्फ इंसानों और पर्यावरण के लिए ही नहीं पशुओं के लिए भी घातक है।
- सड़कों पर बिखरे प्लास्टिक को खाकर छुट्टा गाय, भैंस और कुत्ते बीमार होते हैं।
- कई बार इन पशुओं के पेट से किलो के हिसाब से प्लास्टिक निकलता है।
- वहीं समुद्र में फैल रहे प्लास्टिक कचरे से समुद्र के जीव और मछलियां प्रभावित हो रहे हैं।
- एक अध्य्यन के मुताबिक प्लास्टिक का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा महासागरों में फैला हुआ है।
कैसे बचें प्लास्टिक के उपयोग से
- सामान खरीदने के लिये कपड़े के थैले का करें इस्तेमाल।
- डस्ट बिन के भीतर बिछाये जाने वाले गारबेज बैग की जगह आप पुराने अखबार का करें इस्तेमाल
- घर में किसी भी छोटे बड़े कार्यक्रम में प्लास्टिक के डिस्पोजबल कप प्लेट का न करें इस्तेमाल।
- मिट्टी के पारंपरिक तरीके से बने बर्तनों के इस्तेमाल को दें बढ़ावा।
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