कैप्टन अमरिंदर से रिश्ते पर अरूसा की सफाई, ISI से लिंक पर भी दिया जवाब...बोलीं- हर जांच को हूं तैयार
punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 01:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम ने मंगलवार को कहा कि वह इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के साथ अपने कथित संबंधों को लेकर भारतीय एजेंसियों की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। साथ ही आलम ने इन आरोपों को अपमानजनक और बेहद निराशाजनक बताया। पंजाब के उपमुख्यमंत्री और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पिछले हफ्ते कहा था कि अरूसा का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ कोई संबंध है या नहीं इसकी जांच की जाएगी।
रंधावा के आरोप पर अरूसा ने कहा कि अगर भारत की केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ आधारहीन प्रोपगैंडा की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांचकर्ताओं की भी मदद ले सकता है। उन्होंने कहा कि 16 साल पहले जब किन्हीं कारणों से मुझे भारतीय वीजा देने से मना कर दिया गया था, उस वक्त भारत सरकार ने ऐसी जांच की थी और बाद में वीजा जारी किया गया था।
पत्रकार ने कहा कि वह अंतिम बार नवंबर में भारत यात्रा पर गई थीं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह अभी भी उनके अच्छे मित्र हैं। 67 वर्षीय पत्रकार अरूसा ने कहा कि इस विवाद के बावजूद कैप्टन साहिब अभी भी मेरे अच्छे मित्र हैं। उन्होंने कमेंट करते हुए कहा कि उनके माध्यम से ISI ने आखिर क्या ‘राज' हासिल कर लिया होगा। उन्होंने गुस्से में कहा कि ये आरोप अपमानजनक और बेहद निराशाजनक हैं। रंधावा के बयान पर कि ISI के साथ महिला पत्रकार के संबंध हैं या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए जांच की जाएगी, आलम ने आरोप लगाया कि ISI के साथ मेरे तार जोड़ने का विचार नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिकार (मोहम्मद) मुस्तफा का होगा।
संभवत: मुस्तफा ने सिद्धू को सलाह दी होगी कि मुख्यमंत्री बनने के प्रयास में बुरी तरह विफल होने के बाद वह ISI वाली बात कहें। ISI वाली बात भारत में खूब पसंद की जाती है। बता दें कि रंधावा ने दावा किया कि अमरिंदर सिंह सालों से आलम के मित्र हैं और वह सालों से भारत में रह रही थीं और केंद्र ने समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया है। पंजाब में पिछले महीने हुए राजनीतिक बदलावों के संदर्भ में उन्होंने हाल ही में सवाल किया कि अरूसा साढ़े चार साल तक भारत में रहीं और समय-समय पर उनकी वीजा अवधि बढ़ाई गई। दिल्ली ने उनका वीजा रद्द क्यों नहीं किया? जब हम अमरिंदर सिंह के खिलाफ गए तब उन्होंने भारत क्यों छोड़ा?'' अमरिंदर ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि रंधावा उन पर निजी हमले कर रहे हैं।