पाकिस्तान में 7 करोड़ लोगों ने सेना व सरकार के खिलाफ उठाई आवाज, कहा-“भारत ही दिला सकता इंसाफ
punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 12:53 PM (IST)

London:पाकिस्तान में मुहाजिर समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) के निर्वासित नेता अल्ताफ हुसैन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुहाजिरों की दशकों से हो रही उपेक्षा और दमन को अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया जाना चाहिए।
कौन हैं मुहाजिर?
मुहाजिर वे लोग हैं जो 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान भारत से पाकिस्तान गए थे, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली और हैदराबाद से। इनका बसाव मुख्यतः कराची, हैदराबाद (सिंध), और लाहौर जैसे शहरों में हुआ। परंतु दशकों बाद भी इन्हें न तो पूरी सामाजिक मान्यता मिली और न ही स्थायी राजनीतिक अधिकार। लंदन से एक लाइव प्रसारण में, अल्ताफ हुसैन ने कहा: "मुहाजिरों को पाकिस्तान में मौलिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। वे निहत्थे हैं और अत्यंत दयनीय परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे हैं। पिछले 61 वर्षों से वे आर्थिक तंगी और शारीरिक उत्पीड़न के चक्र में फंसे हुए हैं। उनकी दुर्दशा अब और नजरअंदाज नहीं की जा सकती।" उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वे मुहाजिरों के संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करें और वैश्विक मानवाधिकार संगठनों के साथ मिलकर उनकी सुरक्षा, गरिमा और मौलिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करें।
पाक में मुहाजिरों की स्थिति व भारत की प्रतिक्रिया
MQM का दावा है कि पाकिस्तान की सेना, विशेष रूप से सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के नेतृत्व में, मुहाजिर समुदाय के खिलाफ सुनियोजित अभियान चला रही है। पार्टी का कहना है कि सेना के इशारे पर उनके कार्यकर्ताओं को उठाया जा रहा है, कई लापता हैं और मीडिया पर पूरी तरह पाबंदी है। फिलहाल भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक और रणनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाकर भारत पाकिस्तान की अल्पसंख्यकों और जातीय समूहों पर अत्याचार की पोल खोल सकता है।