दुनिया के 30 से ज्यादा देशों में लागू है अग्निपथ जैसी योजना

punjabkesari.in Sunday, Jun 19, 2022 - 03:56 PM (IST)

जालंधर(विशेष) : केंद्र सरकार द्वारा बीते मंगलवार को सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को लेकर युवा पूरे देश में बवाल मचा रहे हैं। योजना के मुताबिक सेना में चार साल के लिए युवाओं की भर्ती होगी, जिन्हें अग्निवीर बुलाया जाएगा। योजना के तहत भर्ती किए गए 25 प्रतिशत युवाओं को भारतीय सेना में चार साल के बाद आगे बढ़ने का मौका मिलेगा जबकि बाकी अग्निवीरों को नौकरी छोड़नी होगी। अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से देश के कई हिस्सों में छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। कई राज्यों में आगजनी, पत्थरबाजी की घटनाएं घटीं हैं।

भारत पहली बार सेना में कम अवधि के लिए युवाओं को भर्ती करने जा रहा है। भारत की तरह दुनिया के कम से कम 30 ऐसे देश हैं जहां कम अवधि के लिए सेना में भर्तियां होती हैं, लेकिन जरूरी बात यहां ये है कि इन देशों में सेना में सेवा देना अनिवार्य है और इसके लिए कानून बनाया हुआ है। यह कानून कुछ महीनों से लेकर कुछ सालों तक की हो सकता है। वहीं, कम से कम 10 देश ऐसे हैं जहां पुरुष और स्त्री दोनों को सेना में अनिवार्य रूप से सेवा देनी पड़ती है।

क्या है टूर ऑफ ड्यूटी?
अग्निपथ योजना' की तुलना, 'टूर ऑफ ड्यूटी' से की जा रही है। टूर ऑफ ड्यूटी द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तब शुरू हुई थी जब ब्रिटेन में पायलट की कमी हो गई थी। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने युवाओं को एक निश्चित अवधि के लिए वायु सेना में भर्ती करना शुरू किया। उस वक्त नौकरी के लिए यह शर्त रखी गई कि हर पायलट को 2 सालों में कम से कम 200 घंटे विमान उड़ाना होगा। इसे 'टूर ऑफ ड्यूटी' की संज्ञा दी गई थी।

अमरीका
अमरीका जैसे विकसित देश में इस तरह की एक योजना पहले से लागू है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमरीकी सेना इसी साल फरवरी में दो साल के लिए सेना में भर्ती होने का विकल्प लाया है। इसके तहत योजना के तहत बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग के बाद एक्टिव ड्यूटी पर केवल दो साल के लिए ही रहना होगा। वहां की सरकार का मानना है कि इससे उन लोगों को सहूलियत मिलेगी जो लम्बे समय के लिए सेकी नौकरी नहीं करना चाहते। अमेरिका के इस नए शॉर्ट टर्म सेना भर्ती प्लान के तहत दो साल की एक्टिव ड्यूटी के बाद आर्मी रिजर्व में अतिरिक्त दो साल की सेवा देनी होगी।

ब्रिटेन
यूरोप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित देश ‘यूनाइटेड किंगडम’ जिसके लिए ब्रिटेन या ग्रेट ब्रिटेन शब्द का भी इस्तेमाल किया जाता है, उस देश में भी युवा 4 साल के लिए सेना में भर्ती होते हैं। इस देश में नियमित रूप से 18 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को सेना में शामिल किया जाता है। यूके की सेना भर्ती होने के लिए कम से कम 16 वर्ष का होना अनिवार्य है।

रूस
यहां 18 से 27 साल तक के युवाओं को सैन्य सेवा देना बेहद जरूरी है। पहले युवाओं के लिए समय 2 साल था मगर 2008 में इसे घटाकर 12 माह कर दिया गया है। डॉक्टर, शिक्षक जैसे पदों पर नियुक्त लोगों के लिए इसमें ढील दी गई है।

चीन
चीन में तकनीकी तौर पर नागरिकों को मिलिट्री सर्विस करना अनिवार्य है, लेकिन देश में अनिवार्य सैन्य सेवा 1949 के बाद से ही लागू नहीं की गई है, क्योंकि आर्मी को लगता है कि लोग स्वेच्छा से आते ही हैं।

इसराइल
इसराइल में सैन्य सेवा पुरुषों और महिलाओं के लिए अनिवार्य है। पुरुष इजरायली रक्षा बल में तीन साल और महिलाएं लगभग दो साल तक सेवा करती हैं। यह देश और विदेश
में इजरायली नागरिकों पर लागू
होता है।

दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया में राष्ट्रीय सैन्य सेवा के लिए एक मजबूत सिस्टम बना हुआ है. शारीरिक रूप से सक्षम सभी पुरुषों को सेना में 21 महीने, नौसेना में 23 महीने या वायु सेना में 24 महीने की सेवा देना अनिवार्य है।

उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया में सबसे लंबी अनिवार्य सैन्य सेवा का प्रावधान है. इस देश में पुरुषों को 11 साल और महिलाओं को सात साल सेना में नौकरी करनी पड़ती है।

इरीट्रिया
अफ्रीकी देश इरीट्रिया में भी राष्ट्रीय सेना में अनिवार्य रूप से सेवा देने का प्रावधान है. इस देश में पुरुषों, युवाओं और अविवाहित महिलाओं को 18 महीने देश की सेना में काम करना पड़ता है। मानवाधिकार संगठनों के मुताबिक इरीट्रिया में 18 महीने की सेवा को अक्सर कुछ सालों के लिए बढ़ा दिया जाता है।

स्विट्ज़रलैंड
स्विट्जरलैंड में 18 से 34 वर्ष की आयु के पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है। स्विट्जरलैंड ने इसे खत्म करने के लिए साल 2013 में मतदान किया था। साल 2013 में तीसरी बार था जब इस मुद्दे को जनमत संग्रह के लिए रखा गया था। स्विट्जरलैंड में अनिवार्य सेवा 21 सप्ताह लंबी है, इसके बाद सालाना अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया जाता है।

ब्राज़ील
ब्राजील में 18 साल के पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है। ये अनिवार्य सेना 10 से 12 महीने के बीच रहती है. स्वास्थ्य कारणों के चलते सेना में अनिवार्य रूप से सेवा देने के मामले में छूट मिल सकती है। अगर कोई युवा विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है तो उसे कुछ समय के बाद सेना में अनिवार्य सेवा के लिए जाना होगा।

सीरिया
सीरिया में पुरुषों के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य है। मार्च 2011 में राष्ट्रपति बशर अल-असद ने अनिवार्य सैन्य सेवा को 21 महीने से घटाकर 18 महीने करने का फैसला लिया था। जो व्यक्ति सरकारी नौकरी करते हैं और वे अगर अनिवार्य सैन्य सेवा नहीं करते तो उनकी नौकरी जा सकती है। एमनेस्टी इंटरनेशनल का कहना है कि अनिवार्य सैन्य सेवा से भागने वालों को 15 साल की जेल का सामना करना पड़ा है।

जॉर्जिया
जॉर्जिया में एक साल के लिए अनिवार्य सैन्य सेवा है. इसमें तीन महीने के लिए युद्ध प्रशिक्षण दिया जाता है, बचे हुए 9 महीनों ड्यूटी ऑफिसर की तरह काम करना पड़ता है जो पेशेवर सेना की मदद करते हैं। जॉर्जिया ने अनिवार्य सैन्य सेवा को बंद कर दिया था लेकिन 8 महीने के बाद ही इसे साल 2017 में फिर से शुरू कर दिया।

लिथुआनिया
लिथुआनिया में अनिवार्य सैन्य सेवा को साल 2008 में खत्म कर दिया था. साल 2016 में लिथुआनिया की सरकार ने पांच साल के लिए इसे फिर से शुरू किया. सरकार का कहना था कि बढ़ते रूसी सैन्य खतरों के जवाब में ऐसा किया गया है। लेकिन 2016 में फिर से शुरू कर दिया गया। यहां 18 से 26 साल के पुरुषों को एक साल के लिए सेना में अनिवार्य रूप से सेवा देनी पड़ती है।

स्वीडन
स्वीडन ने 100 सालों के बाद अनिवार्य सैन्य सेवा को 2010 में खत्म कर दिया था. साल 2017 में इसे फिर से शुरू करने के लिए मतदान किया गया है। इस फैसले के बाद जनवरी 2018 से 4000 पुरुष और महिलाओं को अनिवार्य सैन्य सेवा में बुलाने का फैसला लिया गया।

 


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Content Editor

rajesh kumar

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