सैलरी आते ही खाली हो जाती है जेब? 30 की उम्र तक जरूर अपनाएं ये मनी सेविंग टिप्स, नहीं तो पछताना पड़ेगा!
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 04:56 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सैलरी आते ही अगर आप भी सोचते हैं कि पैसे आखिर गए कहां, तो अब वक्त है खुद की फाइनेंशियल सेहत को मजबूत बनाने का। खासतौर पर अगर आप 20 से 30 की उम्र के बीच हैं, तो ये समय आपके फाइनेंशियल भविष्य की नींव डालने का है। आज हम आपको बताएंगे कुछ आसान और ज़रूरी बचत के टिप्स, जिन्हें फॉलो करके आप घर, कार, और बुढ़ापे की प्लानिंग तक को आसानी से कवर कर सकते हैं।
1. 30 की उम्र तक बनाएं मजबूत फाइनेंशियल बेस
20 से 30 साल की उम्र करियर की शुरुआत का समय होता है और यहीं से आपकी कमाई शुरू होती है। अगर इस दौर में फिजूलखर्ची पर लगाम न लगी, तो आगे चलकर मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इसलिए जैसे ही नौकरी शुरू करें, तभी से सेविंग और इन्वेस्टमेंट की आदत डालें।
2. हेल्थ इंश्योरेंस है पहली जरूरत
आज के समय में महंगाई और बढ़ती बीमारियों को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस सबसे जरूरी है। 30 की उम्र तक हर व्यक्ति को खुद का और परिवार का हेल्थ कवर लेना चाहिए। एक छोटी सी बीमारी भी आपकी सारी सेविंग्स खत्म कर सकती है, ऐसे में ये प्लान इमरजेंसी में आपके काम आएगा।
3. घर पहले, कार बाद में
ज्यादातर लोग सैलरी बढ़ते ही कार खरीदने की सोचते हैं लेकिन फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक पहले घर खरीदने पर फोकस करना चाहिए। इससे आपका पैसा प्रॉपर्टी में निवेश होगा और आपको लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी मिलेगी।
4. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट से बनाएं लक्ष्य
छोटे-छोटे लक्ष्यों के लिए शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट जरूरी है। जैसे – कार खरीदना, बच्चों की पढ़ाई और शादी, घर की डाउन पेमेंट आदि के लिए अलग-अलग इन्वेस्टमेंट स्कीम चुनें। इसमें SIP, RD या पोस्ट ऑफिस की कुछ योजनाएं मददगार साबित हो सकती हैं।
5. NPS और रिटायरमेंट प्लानिंग अभी से करें शुरू
अभी भले ही रिटायरमेंट दूर लगे, लेकिन अगर आप 30 की उम्र तक NPS जैसे प्लान में निवेश शुरू कर देंगे, तो बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा बनी रहेगी। मंथली एक छोटा अमाउंट भी लंबी अवधि में बड़ा फंड बना सकता है।
6. इमरजेंसी फंड बनाना न भूलें
कोई नौकरी छूट जाए या अचानक मेडिकल इमरजेंसी आ जाए, तो ऐसे वक्त के लिए 6 महीने की सैलरी के बराबर इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं। इसे आप FD या सेविंग अकाउंट में सुरक्षित रख सकते हैं।
7. सेविंग्स में रखें सैलरी का 20-30% हिस्सा
भले ही कमाई कम हो लेकिन बचत की आदत ज़रूरी है। हमेशा कोशिश करें कि आपकी सैलरी का कम से कम 20 से 30 फीसदी हिस्सा सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट में जाए। इससे आगे चलकर आपको कर्ज लेने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
8. कम उम्र में करें फाइनेंशियल डिसिप्लिन की शुरुआत
कम उम्र में फाइनेंशियल अनुशासन अपनाना आगे चलकर बहुत फायदे का सौदा होता है। आप SIP, PPF, पोस्ट ऑफिस स्कीम, सोने में निवेश या ELSS जैसी योजनाओं में छोटी रकम से शुरुआत कर सकते हैं।