मनाली में एडवेंचर बना हादसा: छुट्टियां मनाने आए परिवार की जिंदगी बदल गई एक पल में...नागपुर में इलाज जारी
punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 06:54 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गर्मी की छुट्टियों में सैर-सपाटा करने नागपुर से मनाली आए एक परिवार की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं जब उनकी मासूम बेटी के साथ एक बड़ा हादसा हो गया। मनाली के नेहरू कुंड इलाके में स्थित एक एडवेंचर स्पॉट पर जिप लाइन राइड के दौरान बच्ची करीब 30 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गई। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें जिप लाइन की केबल टूटती नजर आ रही है।
त्रिशा की हालत गंभीर, नागपुर में चल रहा है इलाज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नागपुर निवासी प्रफुल्ल बिजवे अपनी पत्नी और बेटी त्रिशा के साथ 8 जून को मनाली में थे। उसी दिन रविवार को त्रिशा ने एडवेंचर स्पोर्ट के तौर पर जिप लाइन राइड की। जब वह राइड कर रही थी, तभी अचानक जिप लाइन की केबल टूट गई और वह सीधे करीब 30 फीट नीचे गहरी खाई में जा गिरी।
मनाली में एडवेंचर करना पड़ा भारी... जिप लाइन टूटने से 30 फीट गहरी खाई में गिरी बच्ची pic.twitter.com/zDfpNRowkN
— RAJIEV (राजीव) (@mishrarajiv08) June 15, 2025
प्रशासन की भूमिका पर सवाल, जिम्मेदार कौन?
मनाली थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह मामला एक सप्ताह पुराना है। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद बच्ची के पिता और एडवेंचर कंपनी के बीच आपसी समझौता हो गया था, जिसके कारण किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन की भूमिका और एडवेंचर कंपनियों की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। आम लोग पूछ रहे हैं कि अगर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे, तो कैसे एक बच्ची को इस तरह के खतरे में डाल दिया गया?
पर्यटन स्थल की व्यवस्थाओं पर उठे सवाल
यह हादसा हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों में सुरक्षा मानकों को लेकर फिर से चिंता खड़ी करता है। मनाली जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर एडवेंचर एक्टिविटी कराने वाली एजेंसियों की जांच और निगरानी कितनी सख्त है, इस पर अब सवाल उठने लगे हैं।
अब जरूरी है सख्त नियम और जवाबदेही
यह हादसा एक चेतावनी है कि पर्यटन स्थलों पर एडवेंचर गतिविधियों को केवल रोमांच नहीं, जिम्मेदारी के साथ भी जोड़ा जाना चाहिए। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे हादसों की निष्पक्ष जांच करें, और भविष्य में किसी और मासूम की जिंदगी जोखिम में न पड़े इसके लिए सख्त कदम उठाएं।