ECHS: 4 दिन बाद देशभर में बदल जाएगा इलाज करने का सिस्टम, इन कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 06:17 PM (IST)
नेशनल डेस्क: देश की सरहदों की रक्षा कर चुके पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अगर आप या आपका कोई परिजन ECHS (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) की सुविधा लेता है, तो यह नई अधिसूचना आपके लिए बेहद अहम है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी ताजा आदेश के मुताबिक, 15 दिसंबर 2025 से देशभर में ECHS के तहत इलाज की सभी दरें CGHS (Central Government Health Scheme) की नई रेट लिस्ट के अनुसार तय होंगी। यानी इलाज के खर्च का पुराना ढांचा अब पूरी तरह बदलने वाला है।
इलाज की नई दरें 15 दिसंबर से लागू
सरकार के इस फैसले का प्रभाव देशभर में लाखों पूर्व सैनिक परिवारों पर पड़ेगा। ओपीडी, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च, दवाइयों के रेट और रिम्बर्समेंट- सब कुछ नई सूची के अनुसार तय किया जाएगा। अच्छी बात यह है कि कैशलेस इलाज की सुविधा पहले की तरह जारी रहेगी, लेकिन अस्पताल बिल बनाने का तरीका पूरी तरह नया होगा। सरकार का उद्देश्य है कि बिलिंग सिस्टम पारदर्शी बने और मरीज–अस्पताल के बीच कोई भ्रम न रहे।
अस्पताल की क्वालिटी और लोकेशन से तय होगा इलाज का खर्च
अब ‘एक देश, एक दाम’ की नीति खत्म। इलाज का खर्च इस बात पर निर्भर करेगा कि आप किस शहर में इलाज करवा रहे हैं और अस्पताल की क्वालिटी कैसी है। क्वालिटी के आधार पर बदलाव
- NABH जैसी मान्यता न रखने वाले अस्पतालों को 15% कम भुगतान मिलेगा।
- उच्च गुणवत्ता और आधुनिक सुविधाओं वाले अस्पतालों को 15% ज्यादा रेट लागू होंगे।
शहरों के आधार पर बदलाव:
- Tier-1 शहर: पूरी (Standard) दरें लागू।
- Tier-2 शहर: 10% कम रेट।
- Tier-3 शहर: 20% तक कम रेट।
खास राहत के तौर पर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वोत्तर राज्यों को भी Tier-2 में रखा गया है।
वार्ड के हिसाब से भी बदलेगा बिल
नई दरों का आधार ‘सेमी-प्राइवेट वार्ड’ है।
- सेमी-प्राइवेट वार्ड: मानक दरें लागू।
- जनरल वार्ड: 5% कम।
- प्राइवेट वार्ड: 5% ज्यादा।
ओपीडी, लैब टेस्ट, डे-केयर और कुछ विशेष जांचों के दाम सभी मरीजों के लिए समान रहेंगे। कैंसर सर्जरी पुराने रेट पर ही होगी, जबकि कीमोथेरेपी और रेडिएशन नई दरों से होंगे।
