पहली बार सामने आईं ऑपरेशन सिंदूर की अंदरूनी तस्वीरें, तीनों सेनाध्यक्ष एक साथ वॉर रूम में तैनात
punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 07:27 AM (IST)

नेनल डेस्क: 7 मई 2025 की रात भारत ने अपनी सैन्य रणनीति और ताकत का ऐसा उदाहरण पेश किया, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। आतंकियों द्वारा पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के जवाब में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एक सटीक और समन्वित हमला किया, जिसने दुश्मन के हौसले पस्त कर दिए। इस मिशन को तीनों सेनाओं के संयुक्त प्रयासों से अंजाम दिया गया और हाल ही में भारतीय सेना द्वारा जारी एक विशेष बुकलेट में इस अभूतपूर्व ऑपरेशन की तस्वीरें और विवरण पहली बार सार्वजनिक किए गए हैं।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर बुकलेट में खास?
बुकलेट में उन दुर्लभ क्षणों को कैद किया गया है जब थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह एक साथ वॉर रूम में ऑपरेशन की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। रात 1:05 बजे की एक तस्वीर में जनरल द्विवेदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी स्क्रीन पर ड्रोन फुटेज और सैटेलाइट इमेज देख रहे हैं, जिससे यह साफ होता है कि मिशन की निगरानी रीयल टाइम में की जा रही थी।
Indian Army has released a booklet to its personnel on #OperationSindoor where it has shown the Indian Army Operations Room from where the operation was being monitored by top military brass, including Army chief Gen Upendra Dwivedi, Navy chief Admiral Dinesh K Tripathi and Air… pic.twitter.com/FiIoHsvjVH
— ANI (@ANI) May 26, 2025
ऑपरेशन की सफलता के पीछे क्या थी योजना?
बुकलेट से यह स्पष्ट होता है कि यह मिशन महज़ एक सैन्य कार्रवाई नहीं था, बल्कि एक सटीक और गहन योजना का हिस्सा था। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने SCALP क्रूज मिसाइलों, अत्याधुनिक ड्रोन और सटीक-निर्देशित बमों का उपयोग करके पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के मुख्यालयों को भारी नुकसान पहुंचा।
भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया और वैश्विक समर्थन
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की कार्रवाई को वैश्विक स्तर पर समर्थन मिला। अमेरिका, फ्रांस, जापान और कई यूरोपीय देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को सही ठहराया। बुकलेट में उन अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं का भी जिक्र है जो भारत की इस सटीक और संयमित कार्रवाई के बाद आईं।
ड्रोन अटैक और जवाबी हमला
इस हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत के राजस्थान क्षेत्र में 400 से अधिक ड्रोन हमले किए, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने लगभग सभी ड्रोन हवा में ही नष्ट कर दिए। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के 11 हवाई ठिकानों पर हमले किए। इनमें सरगोधा, नूर खान (चकलाला), स्कर्दू, जैकोबाबाद, रहीम यार खान जैसे प्रमुख एयरबेस शामिल थे। इन हमलों से पाकिस्तान को भारी सैन्य क्षति पहुंची।
एक संदेश
'ऑपरेशन सिंदूर' केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक गहरा संदेश था – कि भारत अब आतंक के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में किसी भी हद तक जा सकता है। ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' उन महिलाओं को समर्पित था, जिन्होंने इस हमले में अपने जीवनसाथी खोए। यह एक श्रद्धांजलि थी साहस, बलिदान और न्याय की।