कौन से तीन देशों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान का साथ दिया था? पीएम मोदी ने लोकसभा में किया इसका जिक्र
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 09:03 PM (IST)

नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान को करारा जवाब देने और आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी रणनीति पर विस्तार से बात की। उन्होंने दो टूक कहा कि अब भारत न आतंकवाद के सामने झुकेगा, न ही परमाणु धमकियों से डरेगा। पीएम मोदी ने बताया कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने सिर्फ 22 मिनट में सटीक जवाबी कार्रवाई की।
'22 मिनट में दिया जवाब, दुनिया हमारे साथ'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति और संप्रभुता की रक्षा का स्पष्ट संदेश था। उन्होंने यह भी बताया कि भारत के जवाबी एक्शन को लेकर किसी भी देश ने आपत्ति नहीं जताई। PM ने कहा, "193 देशों में से सिर्फ 3 देश ही थे, जिन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया। बाक़ी पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी रही।" उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि चाहे QUAD हो या BRICS, सभी वैश्विक मंचों पर भारत को समर्थन मिला। इससे यह साफ है कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सही ठहराया गया।
जानिए कौन से हैं वे 3 देश जिन्होंने पाकिस्तान का दिया साथ
1. तुर्किए
तुर्किए (पूर्व में तुर्की) ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को खुलकर समर्थन दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में आतंकी हमलों के दौरान पाकिस्तान ने जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया, वे तुर्किए द्वारा मुहैया कराए गए थे। इतना ही नहीं, तुर्किए ने पाकिस्तान को मिसाइल और पनडुब्बी तकनीक की भी आपूर्ति की। तुर्किए का यह रवैया नया नहीं है। कश्मीर मुद्दे पर भी तुर्किए लंबे समय से पाकिस्तान का पक्ष लेता रहा है, जिससे भारत और तुर्किए के रिश्तों में तनाव बढ़ा है।
2. अजरबैजान
तुर्किए के बाद अजरबैजान भी पाकिस्तान का हमदर्द बना रहा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, तब अजरबैजान ने न सिर्फ पाकिस्तान के साथ एकजुटता दिखाई बल्कि भारत की सैन्य कार्रवाई की निंदा भी की। अजरबैजान ने पाकिस्तान को 'पूरा समर्थन' देने की बात कही और भारत के सैन्य कदम को 'क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा' बताया।
3. चीन
तीसरा देश जिसने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया, वह था चीन। संसद में पीएम मोदी ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से जब भारत की कार्रवाई का जवाब देने की तैयारी हो रही थी, तब चीन ने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी, सैन्य रणनीति और हथियारों की सहायता दी। भारतीय सेना के अनुसार, चीन ने पाकिस्तान को लाइव सैटेलाइट डेटा और रियल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग जैसी जानकारियां उपलब्ध कराईं, जिससे यह साफ हो गया कि भारत एक नहीं, बल्कि तीन देशों के गठबंधन से लड़ रहा था।
भारत का स्पष्ट संदेश : आतंकवाद नहीं सहेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में कहा कि भारत अब किसी भी आतंकवादी हमले या धमकी का करारा जवाब देने में सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर इसका ताजा उदाहरण है, जिसने पाकिस्तान और उसके समर्थकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।