देश को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नहीं, ‘ऑपरेशन तंदूर’ चाहिए था... लोकसभा में सांसद ने उठाए ये सवाल

punjabkesari.in Monday, Jul 28, 2025 - 08:59 PM (IST)

नेशनल डेस्क : लोकसभा में सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामशंकर राजभर ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश को आतंकियों पर सख्त कार्रवाई चाहिए थी, लेकिन सरकार की प्रतिक्रिया उम्मीद से कमजोर रही।

राजभर ने तंज कसते हुए कहा, “देश को 'ऑपरेशन सिंदूर' नहीं, बल्कि 'ऑपरेशन तंदूर' चाहिए था, ताकि आतंकियों को उसी आग में झोंका जा सके।” उन्होंने कहा कि हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा था और जनता चाहती थी कि 72 घंटे के भीतर जवाबी कार्रवाई हो, लेकिन सरकार ने 17 दिन बाद ऑपरेशन शुरू किया, जो जनता की भावनाओं के खिलाफ था।

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या पहलगाम हमले में शामिल आतंकी उन 100 आतंकियों में शामिल थे जिन्हें मार गिराने का दावा किया गया है? उन्होंने कहा कि असली सवाल यही है और सरकार को इसका जवाब देना चाहिए।

राजभर ने अपने भाषण में यह भी कहा कि पहलगाम हमला भारत में दंगे भड़काने की साजिश थी, लेकिन देश में हिंदू-मुस्लिम एकता ने आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने इस एकजुटता को भारत की असली ताकत बताया और कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द ही देश की मजबूती का आधार है।

इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों का भी जिक्र किया। राजभर ने कहा कि ट्रंप ने करीब 26 बार यह दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम में उनकी भूमिका रही है और यह अमेरिका द्वारा किए गए हथियारों के सौदे का नतीजा था।

उन्होंने सवाल उठाया, “अगर ट्रंप का दावा सही है, तो भारत की भूमिका क्या रही?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “असली विश्वगुरु तो व्हाइट हाउस में बैठा था।” उनका इशारा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले "विश्वगुरु भारत" के नारे की ओर था।

राजभर के इस तीखे भाषण के दौरान सदन में कुछ हलचल जरूर हुई, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ जनता की भावनाओं को संसद में रख रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि देश की सुरक्षा और जनता की भावनाओं को गंभीरता से लिया जाए।


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News Editor

Parveen Kumar

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