4 दिन करना होगा काम और 3 दिन मिलेगी छुट्टी, जानिए कहां लागू है ये सिस्टम
punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 08:57 PM (IST)

National Desk : आज की व्यस्त और तनावपूर्ण दिनचर्या में वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इसी चुनौती से निपटने के लिए दुनियाभर में कई देशों और कंपनियों ने चार दिन के कार्य सप्ताह (4-Day Work Week) की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों को मानसिक शांति, निजी समय और बेहतर उत्पादकता का अवसर देना है। आइए जानते हैं कि किन देशों ने इस मॉडल को अपनाया और क्या रहे इसके परिणाम।
1. दुबई (UAE)
2022 में दुबई सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए 4.5 दिन का कार्य सप्ताह शुरू किया, जिसमें ढाई दिन की छुट्टी शामिल थी। गर्मियों में इसे और लचीला बनाते हुए चार दिन का वर्क वीक भी लागू किया गया। इसके अच्छे परिणामों के बाद इसे स्थायी रूप से लागू कर दिया गया। दुबई सरकार के अनुसार, इससे कर्मचारियों की कार्यक्षमता और संतुष्टि में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, खासकर भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच यह कदम काफी सराहा गया।
2. आइसलैंड
2015 से 2019 के बीच आइसलैंड ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चार दिन का कार्य सप्ताह लागू किया, जिसमें 2,500 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया। परिणाम बेहद सकारात्मक रहे प्रदर्शन में कोई गिरावट नहीं आई, बल्कि कर्मचारियों को बेहतर मानसिक स्थिति और व्यक्तिगत समय मिला। इसके बाद कई संगठनों ने इसे स्थायी रूप से अपना लिया।
3. यूके
UK में 2022 में 61 कंपनियों और करीब 3,000 कर्मचारियों ने इस मॉडल को आज़माया। “100:80:100” मॉडल के तहत कर्मचारियों को पूरा वेतन, 80% काम का समय और 100% उत्पादकता का लक्ष्य दिया गया। नतीजे इतने शानदार रहे कि 89% कंपनियों ने इसे जारी रखा, और आधी से अधिक कंपनियों ने इसे हमेशा के लिए लागू कर दिया।
4. जापान
जहां काम के लंबे घंटे जापान की कार्यसंस्कृति का हिस्सा रहे हैं, वहीं माइक्रोसॉफ्ट जापान ने 2019 में चार दिन का वर्क वीक लागू कर नई दिशा दिखाई। इससे कंपनी की उत्पादकता में 40% तक की वृद्धि हुई। यह मॉडल अब अन्य जापानी कंपनियों को भी प्रेरित कर रहा है।
5. बेल्जियम
2022 में बेल्जियम सरकार ने चार दिन के कार्य सप्ताह की मंजूरी दी, जिसमें वेतन में कोई कटौती नहीं की गई। इसके अलावा, कर्मचारियों को काम के घंटों के बाद कार्य संदेशों को नजरअंदाज़ करने का अधिकार भी दिया गया, जिससे उनके निजी जीवन को अधिक सम्मान मिला।
6. न्यूजीलैंड
2018 में न्यूजीलैंड की एक ट्रस्ट कंपनी ने आठ सप्ताह के लिए चार दिन के कार्य सप्ताह का प्रयोग किया। परिणामस्वरूप कर्मचारियों में तनाव घटा और उत्पादकता बढ़ी। इस सफलता के बाद कंपनी ने इसे स्थायी रूप से लागू कर दिया।
भारत की स्थिति
भारत में चार दिवसीय कार्य सप्ताह को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं, लेकिन इसे अभी तक व्यापक स्तर पर लागू नहीं किया गया है। सरकार की ओर से नई श्रम संहिता 2025 के तहत यह प्रस्ताव रखा गया है कि कर्मचारियों को सप्ताह में चार दिन काम और तीन दिन छुट्टी का विकल्प मिल सकता है, यदि वे कुल 48 घंटे प्रति सप्ताह कार्य पूरा करते हैं। इसका अर्थ है कि कर्मचारियों को चारों कार्यदिवस पर 12-12 घंटे की शिफ्ट करनी होगी।हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत जैसे देश में इस व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए नियोक्ताओं और कंपनियों की सोच में बदलाव ज़रूरी है। अभी भी पारंपरिक कार्य संस्कृति और लंबे कार्य घंटे देश की अधिकांश कंपनियों में सामान्य हैं।