हर बुधवार करें ये काम, गणपति पूरी करेंगे हर आस

punjabkesari.in Tuesday, Sep 20, 2016 - 02:04 PM (IST)

हिंदू संस्कृति और पूजा में भगवान श्री गणेश जी को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। प्रत्येक शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा अनिवार्य बताई गई है। देवता भी अपने कार्यों को बिना किसी विघ्न से पूरा करने के लिए गणेश जी की अर्चना सबसे पहले करते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि देवगणों ने स्वयं उनकी अग्रपूजा का विधान बनाया है।


शास्त्रों में उल्लेख है कि भगवान शंकर त्रिपुरासुर का वध करने में जब असफल हुए तब उन्होंने गंभीरतापूर्वक विचार किया कि आखिर उनके कार्य में विघ्न क्यों पड़ा? तब महादेव को ज्ञात हुआ कि वह गणेश जी की अर्चना किए बगैर त्रिपुरासुर से युद्ध करने चले गए थे। इसके बाद शिव जी ने गणेश जी का पूजन करके उन्हें लड्डुओं का भोग लगाया और पुन: त्रिपुरासुर पर प्रहार किया तब उनका मनोरथ पूर्ण हुआ।


भगवान गणेश को विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है। पुराणों में इनकी भक्ति शनि सहित सारे ग्रहदोष दूर करने वाली बताई गई है। हर बुधवार के शुभ दिन इनकी उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं।


पत्नियां और पुत्र?
किसी भी मांगलिक कार्य में, घरों के द्वार पर, पूजा घर में, धार्मिक तस्वीरों, पोस्टरों आदि में अक्सर आपने ‘शुभ’ और ‘लाभ’ लिखा देखा होगा। दरअसल इन्हें भगवान गणेश की संतान माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार शुभ और क्षेम भगवान गणेश की संतान हैं जिन्हें शुभ-लाभ भी कहा जाता है। रिद्धि और सिद्धि भगवान गणेश की पत्नियां मानी जाती हैं। 


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