Masik Shivratri 2025: मासिक शिवरात्रि पर इन चीजों से करें शिवलिंग का अभिषेक, पूरी होगी हर मनोकामना
punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 06:44 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Masik Shivratri 2025: शिवरात्रि का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान शिव के प्रति श्रद्धा, भक्ति और आस्था का प्रतीक है। प्रत्येक माह में एक विशेष दिन होता है जिसे मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान शिव की उपासना, ध्यान और पूजा का दिन होता है और इसे बहुत श्रद्धा से मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करने से जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और समग्र शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। विशेष रूप से, मासिक शिवरात्रि 2025 के दिन महादेव का अभिषेक किस प्रकार करें, ताकि सभी परेशानियां दूर हो और जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान हो, इस पर हम विस्तार से बात करेंगे।
मासिक शिवरात्रि का महत्व
शिवरात्रि का पर्व महा शिवरात्रि और मासिक शिवरात्रि के रूप में दो प्रमुख रूपों में मनाया जाता है। जहां महा शिवरात्रि का आयोजन साल में एक बार होता है, वहीं मासिक शिवरात्रि हर महीने की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव की उपासना, साधना और प्रार्थना का दिन होता है। विशेष रूप से शिवजी की उपासना से मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आत्मिक शांति प्राप्त होती है, साथ ही उनके समग्र जीवन में सुधार आता है। मासिक शिवरात्रि के दिन विशेष रूप से रात्रि जागरण, ध्यान, पूजा और व्रत रखना अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस दिन भगवान शिव का पूजन विधिपूर्वक करने से समस्त पापों का नाश होता है और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
भगवान शिव का अभिषेक किन चीजों से करें?
जल
जल को शिव अभिषेक के लिए सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र सामग्री माना जाता है। जल से भगवान शिव का अभिषेक करने से शांति और समृद्धि के मार्ग खुलते हैं। साथ ही, जल के माध्यम से भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है। शिवलिंग पर शुद्ध जल अर्पित करते समय ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। इसके बाद जल से अभिषेक करें।
दूध
दूध भगवान शिव के अभिषेक में बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह शुद्धता और अच्छाई का प्रतीक है। दूध से अभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्त के सभी पापों का नाश होता है। दूध से अभिषेक करने के दौरान, एक विशेष ध्यान रखें कि दूध शुद्ध और ताजे हो। इसे भगवान शिव के शिवलिंग पर अर्पित करें और मंत्र का जाप करें।
दही
दही का भी भगवान शिव के अभिषेक में विशेष स्थान है। यह शांति और सौम्यता का प्रतीक होता है। दही का अभिषेक करने से मानसिक शांति और जीवन में सुख-संतोष की प्राप्ति होती है। दही से अभिषेक करने के बाद एक शांतिपूर्ण वातावरण में भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करें।
गंगाजल
गंगाजल का उपयोग शिव के अभिषेक में अत्यधिक शुभ माना जाता है। गंगा का जल पवित्रता का प्रतीक है और इसका उपयोग भगवान शिव के साथ-साथ सभी देवताओं की पूजा में किया जाता है। गंगाजल से अभिषेक करने से समस्त पापों का नाश होता है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। गंगाजल से अभिषेक करने के बाद अपने पूरे परिवार के लिए प्रार्थना करें। गंगाजल से अभिषेक करने से जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
शहद
शहद भी एक और महत्वपूर्ण सामग्री है जो शिव अभिषेक में उपयोगी होती है। शहद का उपयोग करने से भक्त के जीवन में मधुरता आती है और भगवान शिव की कृपा से हर काम में सफलता मिलती है। शहद से अभिषेक करते समय शिवलिंग को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ शहद अर्पित करें। साथ ही ॐ महादेवाय नमः मंत्र का जाप करें।
चीनी
चीनी का भी भगवान शिव के अभिषेक में एक विशेष स्थान है। यह मिठास का प्रतीक है और जीवन में खुशियों के आने का संकेत देती है। चीनी से अभिषेक करने से सुख, समृद्धि और प्रेम बढ़ता है। चीनी का प्रयोग शुद्ध रूप में करें और शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें।