भविष्यवाणी: सिंह का राहु और कुंभ का केतु कैसा रहेगा आपके लिए?

punjabkesari.in Monday, Jan 25, 2016 - 11:19 AM (IST)

इस साल दो विशेष ग्रह बदल रहे हैं। राहू सिंह राशि में और केतू कुंभ में। हालांकि एक पंचांग के अनुसार यह राशि परिवर्तन 9 जनवरी को ही रात्रि 10 बजकर 10 मिनट पर हो चुका है तथा एक अन्य गणना के अनुसार 17 जनवरी को दोपहर 3 बजे राहू कन्या राशि से अपनी वक्री चाल के अनुसार पीछे की आेर छठी से पांचवीं राशि सिंह में प्रवेश कर चुके हैं। 
 
फिर भी अधिकांश पंचांगों के अनुसार, 29 जनवरी रात्रि 1. 21 बजे राहू सिंह राशि में उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम चरण में व केतू कुंभ राशि के पूर्वा भाद्रपद के तृतीय चरण में प्रवेश कर जाएंगे। सिंह राशि में अभी गुरु 11 अगस्त रात्रि 9. 25 बजे तक रहेंगे। गुरु व राहू जब एक साथ बैठे हों तो अनिष्ट योग बनता है परंतु सब का बुरा या सब का अच्छा ही हो एेसा कभी नहीं होता। 
 
जहां राहू छाया ग्रह अर्थात अदृश्य ग्रह है और व्यवधान डालता है, वहीं गुरु सौम्य ग्रह है और ज्ञान का परिचायक है। आपकी राशियों पर इस परिवर्तन का क्या प्रभाव पड़ेगा यह हम चंद्र राशि के अनुसार दे रहे हैं, सूर्य राशि के अनुसार नहीं। अत: आपको अपनी चंद्र राशि जानना आवश्यक है अन्यथा आप गलत राशि देख कर फिजूल में या प्रसन्न या निराश हो जाएंगे। यदि आपकी कुंडली बनी हुई है तो उसमें देखें चंद्रमा के साथ क्या संख्या लिखी है? वही संख्या आपकी चंद्र राशि होगी। आप अपनी जन्म राशि या चंद्र कुंडली देखें तो आपको राशियों व ग्रहों का गोचर बहुत स्पष्ट हो जाएगा। 
 
मेष- इस राशि में राहु पांचवें भाव में होगा जिसे शिक्षा, मनोरंजन, शेयर, लॉटरी, प्रेम, रोमांस आदि का घर कहते हैं। इस क्षेत्र में कुछ बाधाएं आ सकती हैं परंतु लाभ भी अचानक ही होंगे। संतान पक्ष से चिंता, शिक्षा या करियर में व्यवधान संभावित है। नए प्रेम प्रसंग का शुभारंभ हो सकता है परंतु धोखे की संभावना भी साथ ही रहेगी। प्रेम विवाह में  मनमुटाव की आशंका से भी सावधान रहना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा।
 
वृषभ- राहु चौथे घर या सुख स्थान में आने से, आवास परिवर्तन, माता को कष्ट, सरकार से परेशानी, परिवार में विरोध, भूमि विवाद की संभावना रहती है। धैर्य रखें, जल्दी में कोई कदम न उठाएं। परिवार में उचित तालमेल रखें, शांति से काम लेंं। वाद-विवाद से दूर रहें। परिवार में किसी हानि का संकेत भी है।
 
मिथुन-राशि से तृतीय अर्थात पराक्रम भाव में राहु का आगमन सुखद रहेगा। धन लाभ, आर्थिक हालात मजबूत, रुके काम पूर्ण, डूबे पैसों की वसूली, शत्रुओं पर विजय, मित्रों, भाइयों से लाभ, सुखद यात्रा के योग हैें। यदि मीडिया या संचार क्षेत्र में हैं तो प्रोमोशन की संभावना है या नाम चर्चित होगा। भाग्य जाग्रत होगा।
 
कर्क- दूसरे भाव में आकर राहु कुछ कष्ट देते हैं। पारिवारिक क्लेश, व्यवसाय या नौकरी में चिंता या मानसिक परेशानी रह सकती है। आता पैसा रुकने, धन हानि की संभावना हो सकती है। नेत्र रोग या आंखों का आप्रेशन भी हो सकता है। दुश्मन सक्रिय होंगे। सावधानी रखें। 
 
सिंह- राहु के केंद्र यानी अपनी राशि में आने से मान-सम्मान बढ़ेगा। धन, प्रापर्टी, संतान की संपत्ति में वृद्धि के योग बनेंगे। बीच-बीच में मानसिक वेदना भी रहेगी। अचानक धन लाभ वाला कोई बड़ा प्रस्ताव भी आ सकता है। महत्वाकांक्षाएं भी बढ़ेंगी और फलित भी अचानक और अप्रत्याशित रूप से होंगी।
 
कन्या-12 वें भाव में राहु विदेश यात्रा या विदेश में सैटलमैंट की संभावना प्रबल करेगा। जीवनशैली में अचानक परिवर्तन लाएगा। यदि विदेश जाने की बात सोच रहे हैं तो सावधान रहें, धोखा भी हो सकता है। निवास परिवर्तन, अस्पताल यात्रा की भी संभावना रहती है। व्यय की अधिकता रहेगी।
 
तुला- एकादश भाव में भ्रमण के कारण धन का आगमन, व्यावसायिक सफलता, रुके कार्यों का संपन्न होना दर्शाता है परंतु प्रेम संबंधों के टूटने, निजी संबंधों में दरार आने की संभावना भी बन सकती है। अच्छे कार्यों पर व्यय होगा। बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखें। छात्र सफलता के लिए अधिक परिश्रम करें।
 
वृश्चिक- दशम भाव में राहु शुभ फल देता है। मान-सम्मान मिलेगा। राजनीति में सफलता। हर क्षेत्र में विजय, तीर्थाटन, पर्यटन, भ्रमण की संभावनाएं बढ़ेंगी। परिवार में कुछ अस्थिरता अनुभव करेंगे। अपनी शक्ति का पूर्ण प्रदर्शन इस अवधि में आप कर सकते हैं। चुनाव हों तो अवश्य खड़े हों, विजयी होंगे।
 
धनु- नवम भाव का राहु अच्छा रहता है। यदि किसी देश में परमानैंट रैजीडैंसी, अर्थात पी.आर. के लिए अप्लाई किया है या वीजा की समस्या है तो अगस्त तक यह काम हो जाएगा। विदेश गमन भी हो जाएगा। पिता से कोई विवाद न करें। यदि चल रहा है तो सुलझा लें। सरकार से लाभ रहेगा। अटके सरकारी काम बनेंगे। 
 
मकर- राहु अष्टम स्थान पर आ जाने से अचानक धन की प्राप्ति होगी। नए व्यापारिक संबंध बनेंगे। विदेश में निवेश हो सकता है। विदेशी संपर्क बढ़ेंगे। आयात-निर्यात का काम करने वालों को लाभ होगा। गाड़ी से संबंधित मसलों पर ध्यान रखें। सेहत में खान-पान पर अधिक ध्यान दें। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर से संबंधित हैं तो विदेशी संपर्क बढ़ेंगे।

कुंभ- सप्तम भावस्थ राहु, व्यावसायिक प्रचार-प्रसार , करियर में उन्नति करवाएगा । यात्राओं से विशेष लाभ रहेगा। सरकार से लाभ या सहायता के योग बन रहे हैं। मित्र भी सहायक रहेंगे। शरीर में वायु प्रदूषण से कष्ट हो सकता है। जीवन साथी से थोड़ा-बहुत वैमनस्य चलेगा जो अस्थायी होगा। विवाहेत्तर संबंधों से दूर रहें। विजातीय विवाह हो सकता है।  
 
मीन- छठे भाव में राहु अकारण भयग्रस्त व रोगग्रस्त पेट संबंधी  हानि  कर सकता है। नेत्र कष्ट संभावित है। कार्यस्थल पर भी वैचारिक मतभेद उभर सकते हैं। अप्रत्याशित धन आगमन भी संभावित है। शत्रु अपने आप दबे रहेंगे। बहस बाजी से बचें। दिनचर्या बदलेगी। कोर्ट में लंबित मसले सुलझ जाएंगे। शत्रु परास्त होंगे। 
 
उपाय 
जिन लोगों को राहु के कारण चिंता हो रही हो, उनके लिए उचित है कि वे राहु के उपाय करते रहें। ‘ओम नम: शिवाय’ या ‘ओम रुद्राय नम:’ का मंत्र जाप करें। राहु दोष की शांति या रुद्राभिषेक करवाएं। महामृत्युंजय अनुष्ठान से भी बचाव रहेगा। 
गले में चांदी की चेन या चांदी की गोली धारण करें। चांदी का चौरस टुकड़ा अपने पर्स या जेब में रखें। दूध में जौ धोकर प्रवाहित करें। 
 
हाथी दांत का खिलौना मॉडल, या हाथी दांत से बनी चीजें घर में न रखें। काला कुत्ता पालें। शाकाहारी रहें। 48 बादाम या जटा वाला नारियल शनिवार को चलते जल में बहाएं। मंदिर में 48 बादाम या अखरोट चढ़ाएं। नीले, काले कपड़े न पहनें। 
 

— मदन गुप्ता  सपाटू ज्योतिषविद् 


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