हांगकांग में चीन के अत्याचारः 53 नेताओं एवं एक्टिविस्ट्स की गिरफ्तारी का दुनिया ने किया विरोध

punjabkesari.in Sunday, Jan 10, 2021 - 02:47 PM (IST)

इंटरनेशल डेस्कः हांगकांग  में चीन का दखल व अत्याचार चरम पर पहुंच गए हैं। नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की आड़ में चीन द्वारा की जा ही गिरफ्तारियों का दुनिया भर में विरोध हो रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून उल्लंघन के आरोप में बुधवार को 53 पूर्व सांसदों एवं लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने को लेकर दुनिया के महाशक्तिशाली देशों अमेरिका ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन ने  विरोध किया है। अमेरिकी  विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने अपने  समकक्षों के साथ मिलकर हांगकांग  में चीन के अत्याचारों को लेकर चिंता जताई । इन नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने पिछले साल विधायिका के लिए अनाधिकारिक प्राथमिक चुनाव में भाग लेकर नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का उल्लंघन किया था।

 

अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन के समकक्षों ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत की गई कार्रवाई गंभीर विषय है।  उन्होंने चीन के प्रशासन से क्षेत्र के लोगों के कानूनी अधिकारों और आजादी का सम्मान करने के लिए कहा है। चारों नेताओं ने यह भी कहा है कि यह कानून चीनी-ब्रिटिश जॉइंट डिक्लरेशन का उल्लंघन है और 'एक देश, दो व्यवस्था' के फ्रेमवर्क को कमजोर करता है। आरोप लगाया गया है कि इस कानून का इस्तेमाल हांगकांग के लोगों के अधिकारों और आजादी को दबाने और विरोध और अलग राजनीतिक विचारों को खत्म करने के लिए किया जा रहा है।

 

इन चारों देशों ने चीन से अपील की है कि बिना गिरफ्तारी के डर के लोगों को आजादी और अधिकार दिए जाएं। साथ ही सितंबर में होने वाले चुनावों में निष्पक्ष रहने को कहा गया है। गौरतलब है कि बुधवार को कानून के उल्लंघन के आरोप में 50 से ज्यादा विपक्षी सांसदों और ऐक्टिविस्ट्स को गिरफ्तार किया गया है।  हांगकांग  में लागू किए गए  नए कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले मुख्य आरोपी को 10 साल की जेल दी जा सकती है। वहीं, साथ देने वाले को 3-10 साल के बीच जेल हो सकती है जबकि नाबालिगों को 3 साल की जेल, कुछ वक्त के लिए हिरासत या प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।

 


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Tanuja

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