23 साल के युवक ने समुद्री कचरा हटाने के लिए बनाई अनूठी योजना

punjabkesari.in Sunday, Jan 07, 2018 - 12:39 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः 23 वर्षीय छात्र बोयन स्लैट ने समुद्र पर तैरने वाली एक चीज डिजाइन की है जो समुद्र से प्लास्टिक कचरे को हटाने के लिए एक जगह जमा कर सकती है। वह समुद्र सफाई के अपने अभियान को मई  2018 में शुरू करने जा रहा है। बोतलों से लेकर बैग्स तक माना जाता है कि विश्व के समुद्रों में 15 करोड़ टन प्लास्टिक तैर रहा है और हर वर्ष 1 करोड़ टन प्लास्टिक  कचरा नया फैंका जा रहा है। यह प्लास्टिक केवल मानव स्वास्थ्य ही नहीं, सम्पूर्ण  पारिस्थितिक तंत्र के लिए खतरा है। इस खतरे से निपटने के लिए हॉलैंड के शहर डैल्फ्ट के छात्र बोयन स्लैट ने एक नायाब तरीका तलाश किया है और समुद्र से कचरा दूर करने के लिए ‘ओशन क्लीनअप प्रोजैक्ट’ नाम से उसने बाकायदा एक योजना तैयार कर ली है। 23 वर्षीय बोयन के अनुसार इस मामले में वक्त बिल्कुल भी जाया नहीं किया जा सकता है।

इस अभियान के लिए एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की अपनी पढ़ाई को कुछ वक्त के लिए छोड़ रहा बोयन कहता है, ‘‘प्लास्टिक कचरा खुद-ब-खुद खत्म नहीं होता है। प्लास्टिक के छोटे कण हमारी भोजन श्रृंखला में शामिल हो जाएंगे।’’ विशेषज्ञों का भी मानना है कि प्लास्टिक की बोतलों को ही खत्म होने में करीब 450 वर्ष का वक्त लग जाता है। चिंता की बात है कि अभी से समुद्र में रहने वाले जीवों की 600 प्रजातियां प्लास्टिक कचरे की वजह से खतरे में हैं। हर वर्ष 10 लाख समुद्री पक्षी तथा 1 लाख स्तनपायी इस कचरे में फंस कर या इन्हें खा कर मारे जा रहे हैं। तट के साथ लगते समुद्र से कचरे को जमा करना सरल है परंतु सबसे ज्यादा कचरा समुद्री लहरों की वजह से बने पांच ‘गार्बेज पैचेज’ (कचरे के झुंडों) में जमा है।

बोयन का अभियान ‘ओशन क्लीनअप’ इनमें से सबसे बड़़े ‘द ग्रेट पैसिफिक गार्बेज पैच’ से शुरूआत करना चाहता है। कचरे का यह झुंड अमेरिका के कैलीफोर्निया तट से करीब 2000 किलोमीटर परे समुद्र में है। इनमें से कचरा जमा करने के लिए बोयन का तरीका बेहद सरल परंतु असरदार है। इसके तहत 600 मीटर लम्बे दो प्लास्टिक के पाइप समुद्र की सतह पर तैरते हुए विशाल आकार बनाएंगे जिनके नीचे की ओर एक जाली लगी होगी। जब इसके बीच में कचरा आ जाएगा तो उसे आसानी से हटाया जा सकेगा। इस सिस्टम का लंगर 500 मीटर की गहराई पर होगा क्योंकि इस गहराई पर समुद्र का वेग सतह की तुलना में कम होता है। इसका यह भी फायदा होगा कि कचरा अपने आप लहरों के साथ बहता हुआ पाइपों के बीच जमा हो जाएगा। इस सिस्टम का एक प्रयोग डेनमार्क के करीब समुद्र में सफलतापूर्वक आजमाया जा चुका है जो समुद्री तूफानों  के बीच भी टिका रहा।


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