हैकिंग को लेकर ट्रंप ने फिर साधा निशाना

punjabkesari.in Monday, Jan 02, 2017 - 11:47 AM (IST)

वाशिंगटन:अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी ने आज एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि व्हाइट हाउस की ओर से 35 संदिग्ध रूसी जासूसों का निष्कासन असंगत साबित हो सकता है।

व्हाइट हाउस के नवनिर्वाचित प्रेस सचिव सीन स्पीसर ने बताया कि ट्रंप गत सप्ताह दो रूसी खुफिया एजेंसियों पर बराक ओबामा की ओर से प्रतिबंध लगाने के बारे में अमरीकी खुफिया एजेंसी से पूछताछ करेंगे।रूसी खुफिया एजेंसियों को 2016 में अमरीका में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान हैक करने के आरोप की वजह से निष्कासित किया गया है।

ओबामा ने रूस पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के तहत दो अमरीकी प्रतिष्ठानों को खाली करने को भी कहा है।स्पीसर ने कहा,मेरा मतलब है,35 लोगों को निष्कासित कर दिया गया है,दो साइट्स बंद कर दिए गए हैं।प्रश्न यह है कि क्या यह उचित निर्णय है। हो सकता है यह हो,हो सकता है यह नहीं हो लेकिन आपको इस बारे में सोचना पड़ेगा।ट्रंप ने आज लगातार इस बात पर संदेह जताया कि रूस डेमोक्रेटिक पार्टी के अधिकारियों के कंम्यूटर हैक के लिए जिम्मेदार है।उन्होंने कहा,अगर हम यह नहीं जानते हैं तो यह गलत है।यह कोई और भी हो सकता है।मुझे यह पता है कि अन्य लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है,इसलिए हम निश्चित नहीं हो सकते है।

ट्रंप ने कंप्यूटर हैकिंग से अमरीकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप का दावा करने वाली देश की खुफिया एजेंसी पर फिर निशाना साधा है।उन्होंने ऑनलाइन संचार सुरक्षा के बारे में नए संदेह व्यक्त किए हैं।साथ ही स्पष्ट किया है कि निजी सूचनाओं की सुरक्षा के मामले में उन्हें कंप्यूटर पर भी भरोसा नहीं है।कहा कि सिर्फ संदेह के आधार पर रूस पर हैकिंग का आरोप मढ़ा जाना सही नहीं है।उन्होंने बताया कि आरोपों के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उनकी अगले सप्ताह खुफिया अधिकारियों से मिलने की योजना है।
 


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