ताइवान का चीन के साथ सैन्य संघर्ष के लिए तैयार रहना जरूरी : विदेश मंत्री वू

punjabkesari.in Saturday, Jun 26, 2021 - 01:53 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की आक्रमक नीतियों पर निशाना साधते हुए ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने चेतावनी दी है कि स्व-शासित द्वीप को चीन के साथ संभावित सैन्य संघर्ष के लिए “तैयार करने की जरूरत है”। एक साक्षात्कार में वू ने कहा कि ताइवान की सरकार चीन के बल  उपयोग और द्वीप के चारों ओर लगातार सैन्य अभ्यास को लेकर कोई रिस्क नहीं ले सकती है ।

 

ताइवान की यह चेतावनी तइपे के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में चीनी वायु सेना की सबसे बड़ी दैनिक घुसपैठ के एक सप्ताह बाद  आई है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार चीन ने  तइपे में सबसे बड़ी घुसपैठ  करते हुए 14  जे-16 और 6 जे-11 लड़ाकू विमानों के साथ-साथ चार H-6 बमवर्षक भेजे थे। रक्षा मंत्रालय ने के अनुसार पिछले साल ताइवान के ADIZ  में  PLA गतिविधियों की नियमित रूप से रिपोर्टिंग की जा रही है और नवीनतम घुसपैठ सबसे बड़ी है । पिछला रिकॉर्ड 12 अप्रैल 2021 को रिपोर्ट किए गए 25 विमानों का था।  चीन ने ऐसे मिशनों को देश की संप्रभुता की रक्षा करने और ताइवान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच “मिलीभगत” से निपटने के लिए आवश्यक बताया है।

 

वू ने  बताया कि चीनी सरकार कह रही है कि वे बल के उपयोग को नहीं छोड़ेंगे तो ताइवान के निर्णय निर्माताओं के रूप में हम कोई जोखिम नहीं उठा सकते और हमें तैयार रहना होगा।  बता दें कि बीजिंग “एक देश, दो प्रणाली” के तहत चीन के साथ ताइवान के “शांतिपूर्ण पुनर्मिलन” पर जोर दे रहा है, जिससे ताइवान की संप्रभुता के दावे को खतरा है। ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने  कहा है कि स्व-शासित द्वीप चीन की “एक देश, दो प्रणाली” नीति को स्वीकार नहीं कर सकता है जो “क्रॉस-स्ट्रेट यथास्थिति” को कमजोर करती है। वू ने कहा कि कठोर सुरक्षा कानून का इस्तेमाल कर हांगकांग की स्वायत्तता को कमजोर करने की चीन की कोशिश ने दिखाया है कि दुनिया के एकमात्र चीनी भाषी लोकतंत्र की रक्षा के लिए ताइवान की संप्रभुता महत्वपूर्ण है। वू ने कहा, “यदि आप हांगकांग की स्थिति को देखें तो यह एक आधुनिक त्रासदी है।”
 
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Content Writer

Tanuja

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