पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के पूर्व चीफ फैज हमीद को सैन्य हिरासत में लिया गया, जानिए क्या है वजह

punjabkesari.in Monday, Aug 12, 2024 - 09:24 PM (IST)

इस्लामाबादः एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पाकिस्तानी सेना ने सोमवार को घोषणा की कि उसने पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद को गिरफ्तार कर लिया है तथा एक आवास योजना घोटाले के सिलसिले में उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू की है। सेना की मीडिया शाखा इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए, लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ ‘टॉप सिटी' मामले में की गई शिकायतों की सत्यता का पता लगाने के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा एक विस्तृत जांच की गई थी।”

बयान में कहा गया, “इसके परिणामस्वरूप, पाकिस्तान सेना अधिनियम के प्रावधानों के तहत लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) के खिलाफ उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।” इसमें कहा गया, “इसके अलावा, सेवानिवृत्ति के बाद पाकिस्तान सैन्य अधिनियम के उल्लंघन के कई मामले भी सामने आए हैं। फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (सेवानिवृत्त) को सैन्य हिरासत में ले लिया गया है।”

लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) हमीद को 2019 से 2021 तक जासूसी एजेंसी का नेतृत्व करते समय बेहद शक्तिशाली माना जाता था। उन्हें इस प्रतिष्ठित पद पर तब नियुक्त किया गया था, जब तत्कालीन आईएसआई प्रमुख और वर्तमान सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर को समय से पहले पद से हटा दिया गया था। तब ऐसी खबरें आई थीं कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान मुनीर से खुश नहीं थे। बाद में, सेना ने हमीद को बदलने का फैसला किया, जिसका इमरान खान ने कड़ा विरोध किया और ऐसा माना जाता है कि यह शक्तिशाली सेना के साथ उनके संबंधों में खटास की शुरुआत थी।

‘टॉप सिटी' मामला तब सुर्खियों में आया, जब आठ नवंबर 2023 को टॉप सिटी के मालिक मोइज अहमद खान ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर हमीद पर अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने याचिका में कहा कि 12 मई, 2017 को जनरल हमीद के कहने पर आईएसआई अधिकारियों ने ‘टॉप सिटी' कार्यालय और उनके घर पर छापा मारा और सोना, हीरे और धन सहित बहुमूल्य सामान जब्त कर लिये। उन्होंने यह भी कहा कि हमीद के भाई सरदार नजफ ने भी बाद में इस मुद्दे को सुलझाने के लिए उनसे संपर्क किया था।

याचिका में यह भी दावा किया गया है कि बाद में जनरल हमीद ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि आईएसआई अधिकारियों ने उनसे 4 करोड़ रुपये की नकदी वसूली। हमीद ने मौजूदा सेना प्रमुख के पदभार संभालने के बाद अपनी सेवानिवृत्ति की तारीख से चार महीने पहले नवंबर 2022 में समय से पहले सेना छोड़ दी थी। उन्हें तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा का करीबी माना जाता था। आईएसआई प्रमुख का पद पाकिस्तानी सेना में सबसे महत्वपूर्ण पदों में से एक माना जाता है।


 


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Content Writer

Yaspal

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