पूर्व PAK पीएम इमरान खान के साथ कुकर्म होने की मेडिकल रिपोर्ट वायरल, जानिए क्या है सच्चाई?
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 01:16 PM (IST)

इंटरनेशलन डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला दावा वायरल हो रहा है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ जेल में यौन शोषण हुआ है। कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स ने दावा किया कि जेल में एक पाकिस्तानी आर्मी मेजर ने इमरान खान के साथ कुकर्म किया। इतना ही नहीं एक मेडिकल रिपोर्ट भी वायरल हो रही है जिसे इस दावे का 'सबूत' बताया जा रहा है।
Imran Khan has been raped imprisoned by Pakistani army Major!
— JIX5A (@JIX5A) May 2, 2025
Sexual violence against men is quite common in prisoners of Pakistan ! They do it to strip the person of their pride and dignity pic.twitter.com/dJ0soW0CEr
एक्स पोस्ट में लगाया गया गंभीर आरोप
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक यूजर ने पोस्ट करते हुए लिखा, "इमरान खान के साथ पाकिस्तानी सेना के एक मेजर ने कुकर्म किया है। बता दें पाकिस्तान की जेलों में पुरुषों के साथ यौन हिंसा आम है और यह कैदियों की गरिमा को तोड़ने का तरीका है।" इस पोस्ट के साथ कथित मेडिकल रिपोर्ट भी साझा की गई, जिसके आधार पर दावा किया गया कि इमरान खान शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जा रहे हैं।
डॉन न्यूज और मेडिकल जांच की हकीकत
वायरल दावे में जिस पाकिस्तानी मीडिया वेबसाइट डॉन का हवाला दिया जा रहा है, उसकी असल खबर कुछ और कहती है। मार्च 2025 में डॉन ने रिपोर्ट किया था कि डॉक्टरों की एक टीम ने अदियाला जेल में इमरान खान का मेडिकल परीक्षण किया था। यह चेकअप करीब 30 मिनट तक चला। लेकिन रिपोर्ट को तुरंत सार्वजनिक नहीं किया गया था। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के एक नेता ने यह भी आरोप लगाया था कि इमरान को न तो उनकी बहनों से मिलने दिया जा रहा है और न ही निजी डॉक्टर से। इससे उनके स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंताएं उठी थीं। लेकिन रिपोर्ट में कुकर्म या यौन उत्पीड़न जैसी किसी बात का कोई जिक्र नहीं है।
वायरल मेडिकल रिपोर्ट की पुष्टि नहीं
जिस मेडिकल रिपोर्ट को वायरल किया जा रहा है, उसकी भी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। न तो डॉन न्यूज ने ऐसी रिपोर्ट को प्रकाशित किया है और न ही पाकिस्तान सरकार या सेना की ओर से कोई बयान आया है। इसलिए इस तरह के दावों को पूरी तरह सच मानना फिलहाल जल्दबाज़ी होगी।
हम दावों की पुष्टि नहीं करते
भारत के प्रमुख मीडिया संस्थान पंजाब केसरी और अन्य विश्वसनीय मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने भी इन दावों की पुष्टि नहीं की है।