''पानी रोकने की जुर्रत ना करे भारत, नहीं तो...'', जानिए PAK पीएम शहबाज शरीफ ने क्या बोला

punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 01:24 PM (IST)

इंटरनेशन डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया है। भारत ने पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों के जल प्रवाह को नियंत्रित करने का फैसला किया है। भारत के इस फैसले से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को धमकी भरे अंदाज में जवाब दिया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को खुली धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर भारत ने पाकिस्तान के पानी को रोकने की कोशिश की तो पाकिस्तान की सेना इसका जोरदार और करारा जवाब देगी। शहबाज ने कहा, "भारत को इस बारे में कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। पाकिस्तान 240 मिलियन लोगों का देश है और हम अपनी बहादुर सेना के साथ खड़े हैं।" उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन अपनी अखंडता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा। पानी पर किसी भी तरह की चोट को पाकिस्तान पूरी ताकत से जवाब देगा।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने बदला रुख

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया था। इसके बाद भारत ने सिंधु जल संधि पर पुनर्विचार करते हुए पाकिस्तान को जाने वाले पानी को रोकने का फैसला किया। इस कदम को 'वाटर स्ट्राइक' नाम दिया गया है। भारत का यह निर्णय पाकिस्तान के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है क्योंकि वह पहले से ही पानी और खाद्यान्न संकट से जूझ रहा है।

सिंधु नदी पर भी गरजे बिलावल भुट्टो

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने भी भारत के खिलाफ आग उगली है। सखर में सिंधु नदी के किनारे आयोजित एक जनसभा में उन्होंने कहा, "या तो सिंधु दरिया में हमारा पानी बहेगा या फिर उनका खून जो हमारी हिस्सेदारी छीनना चाहता है।" बिलावल ने सिंधु नदी को पाकिस्तान की सांझी विरासत बताया और कहा कि पूरा मुल्क मिलकर इस हमले का जवाब देगा।

दुश्मन की नजर हमारे पानी पर- बिलावल

बिलावल ने अपने भाषण में कहा कि अब दुश्मनों की नजरें पाकिस्तान के पानी पर हैं। उन्होंने पाकिस्तानियों से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर सिंधु नदी की रक्षा करें। उन्होंने कहा, "हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा कि दरिया पर डाका हमें मंजूर नहीं।"

सिंधु जल संधि पर भारत का बड़ा संकेत

भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी, जिसके तहत भारत सतलुज, रावी और ब्यास नदियों के जल का इस्तेमाल कर सकता था जबकि सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों का जल पाकिस्तान को मिलता था। लेकिन अब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति अपनाते हुए इस संधि की समीक्षा करने के संकेत दिए हैं।

पाकिस्तान की चिंता बढ़ी

भारत के इस फैसले ने पाकिस्तान में चिंता की लहर दौड़ा दी है। पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान को डर सता रहा है कि अगर भारत पानी रोकता है तो देश में खाद्य संकट और भयंकर जल संकट पैदा हो सकता है। पाकिस्तान के हुक्मरानों के बयानों से साफ है कि भारत की 'वाटर स्ट्राइक' ने उनकी नींद उड़ा दी है।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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