पड़ोसी देशों के लिए खतरा बना चीन, ताइवान-फिलीपींस व जापान में घुसे चीनी सैन्य जहाज

punjabkesari.in Monday, Mar 22, 2021 - 12:37 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की दूसरे देशों के क्षेत्रों में घुसपैठ लगातार बढ़ती जा रही जिस कारण पड़ोसी देशों के लिए  खतरा बढ़ता जा रहा है। फिलीपींस के जलक्षेत्र में चीन के 220 सैन्य जहाजों के घुसने के बाद  एक चीनी  लड़ाकू विमान रविवार को ताइवान के वायु क्षेत्र में घुस गया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इससे पहले भी चीनी लड़ाकू विमान ताइवान के वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया । उधर, चीन के तीन नौसैनिक जहाज को जापानी जल क्षेत्र के पास देखा गया ।  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ महीनों में  चीनी युद्धक विमान ताइवान में प्रतिदिन घुसपैठ कर रहे हैं। ये खुलासा वायु रक्षा पहचान क्षेत्र प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली ने किया । ये प्रणाली देशों को उनके हवाई क्षेत्र में घुसपैठ का पता लगाने में मदद करती हैं। 

 

उधर, चीन के तीन नौसैनिक जहाज को जापानी जल क्षेत्र के पास देखा गया है। जापान के रक्षा मंत्री ने शुक्रवार को कहा कि जापान के क्यूशू मुख्य द्वीप के उत्तर में चीन के इस हरकत के बारे में पता चला है। चीन के इस कदम से दोनों देशों में तनाव बढ़ सकता है। इससे पहले फरवरी महीने में भी चीनी विमान ताइवान और डोंग्शा द्वीप समूह के बीच हवाई क्षेत्र में घुसा था, जो दक्षिण चीन सागर में ताइवान द्वारा नियंत्रित है। उस समय ताइवानी सेना ने तब तक चीनी फाइटर जेट का अपने फाइटर जेट से पीछा किया, जब तक वह सीमा से छोड़ भाग नहीं खड़े हुए। 

 

बता दें कि  फिलीपींस के जलक्षेत्र में चीन के 220 सैन्य जहाजों के घुसने का मामला प्रकाश में आया है। फिलीपींस के तटरक्षक बल ने कहा कि दक्षिण चीन सागर स्थित विवादित चट्टान के पास इन जहाजों को सात मार्च को देखा गया। खास बात यह थी कि इन जहाजों को चीन के नौसेना से जुड़े कर्मचारी चला रहे थे।   एक पत्रकार ने जब ट्विटर के माध्यम से फिलीपींस के विदेश मंत्री टिओडोर लॉसिन से जब यह पूछा कि क्या वह राजनयिक विरोध दर्ज कराएंगे तो इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा तभी संभव है जब सैन्य जनरल इस संबंध में उन्हें जानकारी देंगे।  ज्ञात हो कि इससे पहले ताइवान की सीमा में 11 चीनी लड़ाकू विमान घुस गए थे, ताइवान की वायुसेना ने उनका पीछा करते हुए खदेड़ दिया। इस दौरान ताइवान ने मिसाइल सिस्टम भी अलर्ट कर दिया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार चीन लगातार इस तरह के प्रयास कर रहा है। 


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Content Writer

Tanuja

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