बेरहमी से पिटाई,कपड़े उतारे...अब इस देश में भारतीय नागरिक के साथ क्रूरता की सारी हदें पार
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 06:16 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः आयरलैंड की राजधानी डबलिन के टाल्ला इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक भारतीय नागरिक, जिसकी उम्र 40 साल के करीब है, पर कुछ लोगों ने बेवजह हमला किया, उसे बेरहमी से पीटा और उसके कपड़े तक उतार दिए।
इस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगाया गया कि वह बच्चों के आसपास गलत तरीके से व्यवहार कर रहा था। हालांकि, आयरिश पुलिस (Garda) ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
कैसे हुआ हमला?
19 जुलाई की शाम लगभग 6 बजे, टाल्ला के पार्कहिल रोड पर यह घटना हुई। एक भीड़, जिसमें 13 किशोर शामिल थे (एक लड़की भी थी), ने भारतीय व्यक्ति को घेर लिया। उन्होंने उसे घूंसे मारे, सिर पर ब्लेड से वार किया और पैंट तक खींच दी। कुछ राहगीरों ने बीच-बचाव कर उसकी जान बचाई। वह व्यक्ति पूरे शरीर पर खून से लथपथ था और बेहद डरा हुआ था।
इलाज और हालत
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घायल व्यक्ति को तुरंत Tallaght University Hospital ले जाया गया।
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उन्हें चेहरे, हाथ और पैरों पर गंभीर चोटें आईं।
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20 जुलाई को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
क्या कहती है पुलिस?
Garda ने साफ कहा है कि बच्चों के साथ किसी भी तरह की अनुचित हरकत का कोई सबूत नहीं मिला है। यह घटना एक संभावित नस्लीय हमला (Hate Crime) मानी जा रही है। कुछ हमलावर पहले भी विदेशी नागरिकों पर बिना वजह हमले कर चुके हैं।
झूठा प्रचार और सोशल मीडिया की भूमिका
झूठे आरोपों को कुछ कट्टरपंथी और प्रवासी-विरोधी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने तेजी से फैलाया। पुलिस ने इस दुष्प्रचार पर चिंता जताई है।
एक महिला चश्मदीद ने क्या बताया?
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एक स्थानीय आयरिश महिला ने इस घटना को अपनी आंखों से देखा और सोशल मीडिया पर बयान साझा किया: “मैं अपनी सास के घर जा रही थी, तभी देखा कि कुछ किशोर उस व्यक्ति को मार रहे हैं। उसका पूरा शरीर खून से सना था। उसके कपड़े फाड़ दिए गए थे।”
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उन्होंने बताया कि:
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हमलावरों ने फोन, जूते और बैंक कार्ड भी छीन लिए।
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ब्लेड लगी अंगूठियों से चेहरे पर वार किया गया।
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“उसे मरने के लिए छोड़ दिया गया था।”
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वह महिला मदद के लिए रुक गई, उसे कंबल और प्राथमिक उपचार दिया और पुलिस व एंबुलेंस को बुलाया।
भारतीय राजदूत की नाराज़गी
आयरलैंड में भारत के राजदूत अखिलेश मिश्रा ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा: “जिस व्यक्ति पर इतना गंभीर हमला हुआ, उसे मीडिया ‘alleged assault’ यानी ‘कथित हमला’ कैसे कह सकता है? इतना खून बहना क्या किसी भ्रम की स्थिति है?”
आयरलैंड सरकार की प्रतिक्रिया
आयरलैंड के न्याय मंत्री जिम ओ’कैलाघन ने कहा: “लोग अप्रवासियों को अपराध के लिए दोषी ठहराते हैं, लेकिन जेल में मौजूद प्रवासियों की संख्या समाज में उनकी कुल जनसंख्या से कम है।” उन्होंने कहा कि प्रवासियों को बदनाम करना तथ्यात्मक रूप से गलत और खतरनाक प्रवृत्ति है।
स्थानीय गिरोह और खतरा
चश्मदीद महिला ने बताया कि वही गिरोह पिछले कुछ दिनों से विदेशियों को चाकू मार रहा है। सिर्फ चार दिन में 4 भारतीय पुरुषों के चेहरे पर हमला किया गया। लेकिन ये खबरें कहीं मीडिया में नहीं आईं, जिससे लोगों में गुस्सा और डर है।
अब आगे क्या?
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Garda ने आधिकारिक जांच शुरू कर दी है।
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हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी की प्रक्रिया चल रही है।
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भारतीय दूतावास और स्थानीय संगठनों ने मामले को सार्वजनिक सुरक्षा और मानवाधिकार का मुद्दा बताया है।