Earn Money Abroad! इस देश में लाखों भारतीय कर रहे दोगुनी कमाई, सिर्फ ₹1000 कमाकर भारत में बन जातें हैं लखपति

punjabkesari.in Friday, Dec 12, 2025 - 04:29 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। बहरीन की करेंसी बहरीन दिनार (BHD) आज दुनिया की सबसे मजबूत मुद्राओं में से एक है। जब वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं अस्थिरता का सामना कर रही हैं बहरीन दिनार लगातार दुनिया की सबसे महंगी मुद्राओं की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है जिसकी कीमत भारतीय करेंसी के मुकाबले काफी ज्यादा है। भारत जैसे देशों के लोग यह जानने को उत्सुक रहते हैं कि आखिर बहरीन दिनार इतना मूल्यवान क्यों है और वहां काम करने वाले भारतीय प्रवासियों को इससे किस तरह के आर्थिक लाभ मिलते हैं।

$1 BHD = ₹239 से अधिक!

रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 1 बहरीन दिनार (BHD) लगभग ₹239 के बराबर है। इसका सीधा मतलब यह है कि अगर कोई भारतीय बहरीन में 1,000 BHD कमाता है तो भारत में उसकी वैल्यू ₹2,39,000 से भी अधिक होती है। इसी उच्च विनिमय दर (Exchange Rate) के कारण बहरीन भारतीय कामगारों, इंजीनियरों, डॉक्टरों, आईटी पेशेवरों और वित्तीय विशेषज्ञों के लिए एक बड़ा आकर्षण केंद्र बन चुका है।

बहरीन दिनार की मजबूती के कारण

बहरीन दिनार की ताकत सिर्फ तेल की कमाई पर निर्भर नहीं है बल्कि यह देश के एक स्थिर और आधुनिक आर्थिक ढांचे की भी देन है। बहरीन को अब केवल तेल आधारित अर्थव्यवस्था नहीं माना जाता। समय के साथ देश ने अपने आर्थिक ढांचे को विविध रूप दिया और यह खाड़ी क्षेत्र का एक प्रमुख 'वित्तीय केंद्र' (Financial Hub) बन गया है। यहां का बैंकिंग सेक्टर अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार अत्यंत पारदर्शी और विश्वसनीय माना जाता है जो इसकी करेंसी को स्थिरता प्रदान करता है।

बहरीन में भारतीयों की बड़ी आबादी और योगदान

सरकारी वेबसाइट eoi.gov.in के मुताबिक बहरीन में करीब 3.2 लाख भारतीय रहते हैं जिनका वहां के श्रम बाजार में महत्वपूर्ण योगदान है।

ये भारतीय प्रवासी प्रमुख रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में कार्यरत हैं:

निर्माण और इंजीनियरिंग (Construction and Engineering)

बैंकिंग और वित्त (Banking and Finance)

आईटी और टेक्नोलॉजी (IT and Technology)

होटल और रेस्टोरेंट (Hospitality)

शिक्षा और अस्पताल (Education and Healthcare)

बिज़नेस और प्रबंधन (Business and Management)

सांस्कृतिक स्वतंत्रता भी मिलती है

बहरीन की सरकार भारतीय समुदाय को केवल काम के अवसर ही नहीं देती बल्कि उन्हें धार्मिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता भी प्रदान करती है। वहां मंदिर, गुरुद्वारे, स्कूल और सांस्कृतिक केंद्र खुले रूप से संचालित होते हैं। यह सुविधा भारतीय प्रवासियों को विदेशों में भी अपने सांस्कृतिक जुड़ाव को बनाए रखने में मदद करती है जो बहरीन को काम करने के लिए एक पसंदीदा जगह बनाता है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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