ईरान के सबसे बड़े बंदरगाह पर विस्फोट में अबतक 40 लोगों की मौत,1000 घायल
punjabkesari.in Sunday, Apr 27, 2025 - 11:04 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः ईरान के दक्षिणी होर्मोज़गान प्रांत स्थित शाहिद राज़ई बंदरगाह पर शनिवार को हुए भीषण विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 40 हो गई है, जबकि लगभग 1,000 लोग घायल हुए हैं। राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने रविवार को घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की।
विस्फोट की वजह और संभावित कारण
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बंदरगाह पर एक कंटेनर में रासायनिक पदार्थों के कारण विस्फोट हो सकता है। हालांकि, ईरान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया है कि वहां मिसाइल ईंधन जैसे खतरनाक रसायन मौजूद थे। वहीं, निजी सुरक्षा कंपनी एम्ब्रे ने दावा किया है कि मार्च में बंदरगाह पर सोडियम परक्लोरेट रॉकेट ईंधन की खेप आई थी, जो चीन से भेजी गई थी। यह ईंधन ईरान में मिसाइल भंडार की प्रतिपूर्ति के लिए भेजा गया था।
घटनास्थल की स्थिति और राहत कार्य
विस्फोट के बाद घटनास्थल पर एक मीटर गहरा गड्ढा बन गया है। अधिकारियों ने इस क्षेत्र में स्कूलों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया है। ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान पेजेशकियन ने कहा, “हमें यह पता लगाना होगा कि ऐसा क्यों हुआ।” अधिकारियों ने बताया कि आग पर अब काबू पा लिया गया है, और आपातकालीन कर्मचारी रविवार तक आग को पूरी तरह से बुझाने की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, उपग्रह तस्वीरों से पता चलता है कि घटनास्थल पर अभी भी काले धुएं का गुबार उठ रहा है।
यह विस्फोट 2020 के बेरूत बंदरगाह विस्फोट की याद दिलाता है, जिसमें अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुई त्रासदी ने वैश्विक स्तर पर सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए थे। ईरान में भी इस घटना के बाद रासायनिक पदार्थों की सुरक्षा और भंडारण मानकों पर पुनः विचार किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
रूस की सहायता
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरान को सहायता प्रदान करने के लिए बंदर अब्बास में आपातकालीन विमानों को भेजा है। यह सहायता राहत कार्यों में मदद करेगी और प्रभावितों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करेगी।
भविष्य की कार्रवाई
ईरान सरकार ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि वे यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
यह घटना ईरान के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि औद्योगिक सुरक्षा मानकों का पालन न करने से बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। अधिकारियों को चाहिए कि वे इस घटना से सबक लें और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।