दुनिया का सबसे बड़ा गुरुद्वारा होगा श्री ननकाना साहिब
punjabkesari.in Saturday, Nov 02, 2019 - 09:43 AM (IST)

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लुधियाना: 9 नवम्बर को पाक की धरती और जनता के सुपुर्द होने वाले श्री गुरु नानक देव जी के पवित्र स्थान गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के लिए पाकिस्तान सरकार ने कुल 800 एकड़ जमीन की खरीद की है। इसी जगह पर पहले बाबा नानक जी का 4 एकड़ में स्थान (गुरुद्वारा साहिब) था। ग्लोबल सिख समाज की मांग थी कि बाबा नानक जी के समय यह स्थान 104 एकड़ में हुआ करता था, फिर हमने इस पवित्र स्थान को 104 एकड़ में सुशोभित किया है। उक्त जानकारी पाकिस्तानी प्रोजैक्ट डायरैक्टर आतिफ मजीद ने दी।
पाक सरकार ने किया 444 एकड़ के निर्माण का सारा खर्च
बाबा नानक जी के 550वें प्रकाश पर्व सम्बन्धित 444 एकड़ पर किए गए विभिन्न निर्माण कार्यों का सारा खर्चा पाकिस्तान सरकार की तरफ से किया गया है और अगले 356 एकड़ पर भारत-पाक टर्मिनल व कमॢशयल प्रोजैक्ट बनाए जाएंगे वह संगत के सहयोग के साथ बनाए जाएंगे यानी टर्मिनल के बाद संगत को कमॢशयल व्यापार करने के लिए जमीन उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि इस विशव स्तरीय स्थान पर पाक लोगों को कारोबार से जोड़ा जा सके।
पहले 10 दिन लंगर सेवा करेगी पाक सरकार
आतिफ मजीद ने बताया कि बाबा गुरु नानक देव जी के 9 नवम्बर से दर्शनों हेतु आने वाली संगत के लिए पहले 10 दिन तक लंगर की सेवा पाकिस्तान सरकार की तरफ से की जाएगी।विशाल लंगर हाल में एक ही समय 2500 के करीब गुरु की संगत बैठ कर लंगर खा सकती है। उसके बाद इस पवित्र स्थान के लिए पाक गुरुद्वारा प्रबंधक समिति और पाक सरकार के सहयोग के साथ जो भी समिति रखरखाव के लिए बनेगी उसके द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। श्री गुरुद्वारा साहिब अंदर साफ-सफाई के प्रबंध संबंधित कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया गया है जिसके कर्मचारी 24 घंटे इस पवित्र स्थान को साफ-सुथरा रखेंगे।
नवजोत सिद्धू और सिख बुद्धिजीवियों अनुसार तैयार किया डिजाइन
पाकिस्तानी प्रोजैक्ट डायरैक्टर आतिफ मजीद ने बताया कि पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के भारतीय नजदीकी मित्र नवजोत सिद्धू और सिख बुद्धिजीवियों की तरफ से बाबा नानक जी के इस पवित्र स्थान की उसारी सम्बन्धित जो जानकारी उपलब्ध करवाई गई उसे ध्यान में रखते हुए इस गुरुद्वारा साहिब को तैयार किया गया है।
दर्शनों हेतु आने-जाने के समय होगी बायोमैट्रिक जांच
पाक को छोड़ अन्य किसी भी देश से संगत इस पवित्र स्थान के दर्शनों हेतु आती है तो उसके आने-जाने समय बायोमैट्रिक जांच होगी। एमरजैंसी समय डाक्टरों की विशेष टीमें भी तैनात होंगी।