Sidhveer Hanuman Temple: जानें, हनुमान जी के इस मंदिर से गुजरते ही ट्रेन हो जाती है धीमी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 06:00 AM (IST)
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Sidhveer Hanuman Temple: हिंदू धार्मिक ग्रंथो के अनुसार हनुमान जी एकमात्र ऐसे देवता है जिनके बारें में कहा जाता है कि वो आज भी धरती पर विचरण कर रहें हैं। भारतभर में इनके कितने ही मंदिर है और इसके हर मंदिर की महिमा निराली है। कहीं ये भविष्य बताते हैं, तो कहीं जोड़ते हैं टूटी हड्डियां, ऐसे में इनका एक ऐसा मंदिर भी है जहां पास से गुजरती ट्रेन की गति मंदिर के पास पहुंचते ही खुद व खुद धीमी हो जाती है। लेकिन ऐसा क्यों होता है ? तो आइए जानते हैं इस चमत्कारिक धाम के बारें में-

सबसे पहले आपको बता दें मध्य प्रदेश के शाजापुर में बोलाई गांव में एक हनुमान जी का ऐसा मंदिर है जहां से गुजरते समय हर ट्रेन की गति धीमी हो जाती है। मंदिर के सामने से गुजरते समय ट्रेन के धीमा होने के पीछे का कारण इस मंदिर से जुड़ी आस्था को बताया जाता है। कहा जाता है कि अगर कोई भी ट्रेन यहां से बिना रूके आगे चले भी जाए तो उसका एक्सीडेंट हो जाता है।इस मंदिर के बारें में मान्यता है कि एक बार हनुमानजी के इस मंदिर के सामने रेलवे ट्रैक पर दो माल गाड़ियों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई थी। घटना के बाद जब ड्राइवर को होश आया तो वो ट्रैक के पास ही मौजूद एक पेड़ के नीचे सुरक्षित बैठा मिला।ड्राइवर का कहना था कि उसे मालूम ही नहीं रहा कि आखिर क्या हुआ है।

दिलचस्प बात ये है कि इतने बड़े हादसे के बाद भी सभी पैसेंजर सुरक्षित बच गए थे।दुर्घटना के दौरान मालगाड़ी के एक चालक को संकटमोचन की महिमा व चमत्कार का आभास हुआ और उसने ये गाथा सभी को सुनाई। तब से ये स्थान रेलवे के अधिकारी और कर्मचारियों के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना जाता है और तभी से हर ट्रेन इस स्थान से गुजरने पर अपनी रफ्तार धीमी करके गुज़रती है और ऐसा भी कहा जाता है कि जितनी बार यहां ट्रेन नहीं रूकी किसी न किसी तरह से ट्रेन का एक्सीडेंट हो गया। मंदिर के पुजारी ने बताया कि तेज गति से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की गति भी बाबा के मंदिर के सामने धीमी पड़ जाती है।
इस चमत्कारी स्थान की प्रदेश के अलावा देश के कई हिस्सों में ख्याति है पूरे सप्ताह यहां पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहता है।खास तौर पर मंगलवार व शनिवार को देशभर से हजारों भक्त यहां आकर संकटमोचन के दर्शन कर कामना करते हैं। इस मंदिर की खास बात ये भी है कि यहां विराजित एक ही मूर्ति में दो देवताओं के दर्शन होते हैं। दक्षिण मुखी हनुमानजी की प्रतिमा की दाहिनी कोख में गणेश जी की प्रतिमा का प्रतिबिंब नज़र आता है। इसलिए यहां के संकटमोचन को सिद्धवीर हनुमान के नाम से जाना जाता है। बुजुर्गों का कहना है कि संकटमोचन की ऐसी प्रतिमा अन्य कहीं दुर्लभ ही देखने को मिलती है।

